अर्जुन देव चड्ढ़ा ने समाजसेवा के लिए समर्पित कर दिया था जीवन
कोटा में आर्य समाज का पर्याय रहे अर्जुन देव चड्ढ़ा का आकस्मिक निधन मंगलवार को हो गया। इस बारे में जानकारी देते हुए आर्य समाज के मीडिया प्रभारी अग्निमित्र शास्त्री ने बताया कि कोटा में पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से सेवा सहायता व सहयोग के श्रंखलाबद्ध कार्यों के माध्यम से आर्य समाज के कार्यों को निरंतर गति प्रदान करने के लिए जन-जन में विख्यात आर्य नेता अर्जुन देव चड्ढ़ा का आकस्मिक देहावसान सायं निज निवास पर हो गया। अर्जुन देव चड्ढा ने अपना संपूर्ण जीवन समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। उनके जाने से आर्य समाज को अपूर्णनीय क्षति हुई है। शास्त्री ने बताया कि आर्य समाज के लिए कार्य करने की अर्जुन देव चड्ढा की अपनी एक अलग ही कार्य शैली रही। कोटा में आर्य समाज व वैदिक धर्म के प्रचार के लिए आपने जगह-जगह संस्कार शिविरों का आयोजन करवाया, ध्यान योग के शिविर आयोजित किए, घरों में वैदिक संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए यज्ञ प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ हर घर यज्ञ -घर-घर यज्ञ अभियान को चलाया। इसके साथ ही अंधविश्वास व पाखंड को दूर करने के लिए पोस्ट छपवाकर वितरित करना, बाल विवाह रोकथाम के लिए अभियान चलाना, रक्तदान शिविरों का आयोजन व नेत्रदान के संकल्प पत्र भरवाना इनके समाज सेवा के कार्य रहे। इसके साथ ही कोटा में अभावग्रस्त, जरूरतमंद स्त्री पुरुषों,मजदूरों, निराश्रित बालकों के समय-समय पर वस्त्र वितरण, सर्दी में कंबल शॉल ऊनी कपड़े वितरण, गर्मियों में चप्पल वितरण सहित सेवा के विभिन्न कार्य अभियान चला करके चड्ढा द्वारा किए गए। केवल मानव ही नहीं अपितु मूक पशु पक्षियों के लिए भी आपके द्वारा अनेकों कार्य किए गए जिसमें गायों के लिए हरा चारा वितरण,बंदरों के लिए चने व भूमडे खिलाना, मछलियों को दाना डालना आपके नित्य के कार्य रहे। गर्मियों में प्रतिवर्ष सैकड़ो की संख्या में निशुल्क परिंडे वितरण कर उन्हें पार्कों व घरों में बंधवाना तथा पक्षियों के लिए जल व दाने की व्यवस्था करना आपके सेवा के विविध आयाम रहे हैं। अपने इन सेवा कार्यों के माध्यम से अर्जुन देव चड्ढा ने सदैव लोगों को संस्कारवान बनाने व वैदिक धर्म के सिद्धांतों को अवगत कराने का कार्य किया। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़कर गए हैं। चड्ढा के देव आसन पर उनके संकल्प के अनुरूप परिवार द्वारा नेत्रदान कराया गया। अर्जुन देव चड्ढ़ा के आकस्मिक निधन पर राजस्थान आर्य प्रतिनिधि सभा के उप प्रधान सुमन वाला सक्सेना, पतंजलि योग समिति के राज्य प्रभारी अरविंद पांडेय, वेद प्रचार समिति कोटा के प्रधान पी.सी मित्तल, गायत्री परिवार के यज्ञदत्त हाडा, कोटा की विभिन्न आर्य समाज के प्रधान एवं मंत्रीगण सहित कैलाश बाहिती, एडवोकेट चंद्र मोहन कुशवाहा लालचंद आर्य राधावल्लभ राठौर कृष्ण आर्य हरियाणा पंडित स्वराज वशिष्ठ भेरूलाल शर्मा नरेंद्र शर्मा सहित कोटा के प्रबुद्ध आर्य शोक प्रकट किया। स्वर्गीय चड्ढा का अंत्येष्टि संस्कार वैदिक रीति से 29 में 2024 बुधवार को प्रात: 10 बजे किशोरपुरा स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा।