बून्दी। बूंदी नगर परिषद के कांग्रेस पार्षद प्रेमप्रकाश एवरग्रीन ने तत्कालीन आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया के द्वारा पद का दुरूपयोग करने व उनके कार्यकाल मे फर्जी पटटे बनाने की शिकायत स्वायत शासन मंत्री को पत्र भेजकर की है इसके साथ ही एक बार फिर नगर परिषद भ्रष्टाचार को लेकर अपने ही पार्षदो के राडार पर आ गई है।
कांग्रेस पार्षद प्रेमप्रकाश एवरग्रीन ने स्वायत शासन मंत्री को बताया कि तत्कालीन आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया का स्थानान्तरण स्वायत शासन विभाग ने अगस्त 2023 को खेरली नगर पालिका मे कर दिया था जहां उन्होने जाइंन नही किया और सिसोदिया को 23 अगस्त 2023 को स्वायत शासन विभाग ने एपीओ कर दिया था पर सिसोदिया बूंन्दी मे ही टिके रहे और नगर परिषद के कार्य संपादित करते रहे। इसी बीच 4 सितम्बर 2023 को सभापति मधु नुवाल से स्वायत शासन विभाग के एक आदेश का हवाला देते हुये एपीओ निदेशालय आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया को राजस्व अधिकारी कोटा नगर निगम के लिये रिलीव कर दिया।
जिसके बाद नगर परिषद बूंन्दी द्वारा अतिक्रमण नियमन के तहत 13 पटटे जारी किये थे जिनमे से दो पटटे सिसोदिया ने रिलिव होने के दिन जारी किये व पांच पटटे 5 व 6 सितम्बर को जारी किये गये जिसमे आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया के हस्ताक्षर है जो कि पद के दुरूपयोग व भ्रष्टाचार की श्रेणी मे आता है। सिसोदिया द्वारा पटटा आवेदनकर्ताओ को लाभ पुहंचाने के लिये अपने पद का दुरूपयोग किया गया और बूंदी नगर परिषद आयुक्त न होते हुये भी पटटो पर हस्ताक्षर किये गये है जो कि एक गंभीर मामला है। यूडीएच मंत्री को भेजी शिकायत मे 4 सितम्बर का रिलिव आदेश संलग्न करते हुये तत्कालीन आयुक्त महावीर सिंह सिसोदिया पर विभागीय कार्यवाही करने, पद का दुरूपयोग व भ्रष्टाचार करने का मुकदमा दर्ज करवाने व सिसोदिया द्वारा 4 सितम्बर के बाद जारी किये गये पटटो को निरस्त करने की मांग की गई है। इस सम्बन्ध मे एक परिवाद कांग्रेस पार्षद प्रेमप्रकाश एवरग्रीन ने एसीबी को भी भेजा हुआ है।