मानव अस्तित्व के लिए प्रकृति संरक्षण जरूरी है: डॉ संदीप यादव
उमंग संस्थान द्वारा कन्या महाविद्यालय में पक्षियों के लिए बांधे परिंडे
बूंदी। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण एवं बिगड़ते प्रकृति संतुलन ने मानव जीवन पर विपरीत प्रभाव डाला है ऐसे में मानव अस्तित्व के लिए प्रकृति संरक्षण बहुत जरूरी हो गया है। यह बात राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संदीप यादव ने बुधवार को उमंग संस्थान के सेव बर्ड्स अभियान के तहत् महाविद्यालय प्रांगण में बेजुबान पंछियों के लिए परिंडे बांधकर कहीं।
संस्थान के परिंडा अभियान की सराहना करते हुए डॉ यादव ने इसे कहा कि पक्षी प्रकृति व हमारी संस्कृति के अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन की कल्पना प्रकृति के बिना नहीं की जा सकती, ऐसे में आज हमें पर्यावरण हितैषी आदतों को विकसित कर नई पीढ़ी को स्थानांतरित करना चाहिए। संस्थान समन्वयक डॉ सर्वेश तिवारी ने संस्थान के अभियान के माध्यम से विभिन्न राज्यों में चलाई जा रही पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों की जानकारी दी। संस्थान अध्यक्ष डॉ सविता लोरी के साथ महाविद्यालय के डॉ. वीरमदेव, डॉ विनोद कुमार मीणा, डॉ हेमराज सैनी, डॉ मणिलता पंचनोत व डॉ चंपा अग्रवाल ने परिंडे बांधकर उनमें नियमित जल व्यवस्था का संकल्प लिया। सचिव कृष्णकांत राठौर ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर सौरभ तगाया, अब्दुल हनीस सहित कन्या महाविद्यालय एवं उमंग संस्थान के सदस्य उपस्थित रहे।