टोंक जिले में बनास नदी पर निर्माणाधीन प्रदेश के सबसे लंबे हाईलेवल ब्रिज के दो पिलर्स के बीच रखे गये पांच भारी भरकम गर्डर्स के धराशयी हो जाने की घटना को लेकर टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा क्षेत्र से निवर्तमान सांसद व भाजपा प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनापुरिया का गुस्सा अब सातवें आसमान पर नज़र आ रहा है.10 मई को हुई इस घटना के कारणों को लेकर जहां सार्वजनिक निर्माण विभाग के आला अधिकारी जांच के नाम पर लीपा पोती में जुटे हुए हैं. वहीं शनिवार को मौके पर पहुंचे जौनापुरिया नें इस घटना के लिये पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के काल में हुए निर्माण में भ्रष्टाचार व अभियंताओं और निर्माण कंपनी के बीच चल रहे कमीशन के खेल को जिम्मेदार ठहराते हुए केंद्रीय जांच ऐजेंसी से जांच कराये जाने की बात कही है. सार्वजनिक निर्माण विभाग व निर्माण कंपनी के अभियंताओं के साथ मौके पर पहुंचे जौनापुरिया वहां चल रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता को देख बेहद गुस्से में नज़र आये. जौनापुरिया इस बात से भी खासे खफा नजर आए कि लगभग 10 माह पूर्व उनके द्वारा पुल निर्माण के निरीक्षण के दौरान जिन कमियों व खामियों को सुधारने के निर्देश दिये गये थे उन पर किसी भी तरह से अमल नहीं किया गया था. जौनापुरिया ने वहां पहुंचते ही एसई, एक्सईएन व निर्माण कंपनी के अभियंताओं से सवाल किया कि बताएं ये सबकुछ कैसे हुआ.अभियंताओं ने जैसे ही हाईड्रा मशीन के ऑपरेटर को इस हादसे के लिये जिम्मेदार बताया मौके पर मौजूद ग्रामीण व भाजपा पदाधिकारीयों ने इस जवाब का विरोध शुरू कर दिया. ग्रामीणों द्वारा घटना के दिन किसी भी तरह का काम हाईड्रा से नहीं किया जाने की बात वहां मौजूद भाजपा पदाधिकारीयों नें एसई एचएल मीणा, एक्सईएन व निर्माण कंपनी के अभियंताओं को जमकर खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया.