कोटा सीए ब्रांच द्वारा शनिवार को गोबरिया बावड़ी स्थित पुरुषार्थ भवन में अध्ययन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कोटा सीए ब्रांच के अध्यक्ष सीए प्रकाश चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम के स्पीकर दिल्ली से सीए कार्तिक जिन्दल व सीए अभिषेक राजाराम व इंदौर से सीए आशीष गोयल थे।
नई दिल्ली से सीए कार्तिक जिंदल ने कहा कि नॉन फाइनेंशियल एंटिटी, जिसमें कंपनी के अलावा बाकी सभी करदाता शामिल है की ऑडिट के दौरान बैलेंस शीट में की जा रही कई सारी गलतियों को सुधारा जाना अत्यंत आवश्यक है। जिंदल द्वारा इन सभी कमियों के बारे में विस्तार से सभी मेंबर्स को जानकारी दी।
दिल्ली के ही सीए अभिषेक राजाराम ने सीए सदस्यों को बताया कि जीएसटी में अपील के दौरान किन किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके अंतर्गत अपील ड्राफ्ट के समय कई सारे पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। ताकि विभाग द्वारा निकाली गई डिमांड को करदाता के पक्ष में राहत दिलाई जा सके।
इंदौर के सीए आशीष गोयल ने आयकर कानून के तहत किए जा रहे पुनः असेसमेंट की बारीकियों की जानकारी प्रदान की और साथ ही बताया कि डिपार्टमेंट द्वारा कई सारे नोटिस बिना नियमों को ध्यान में रखते हुए केवल विभाग के रेवेन्यू के आधार पर इश्यू कर दिये जाते है अतः ऐसे नोटिस का जवाब देते समय कई सारे सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया जाना आवश्यक है। सीए गोयल ने बताया कि नोटिस का जवाब देने के साथ में करदाता को पर्सनल हियरिंग का विकल्प हमेशा उपयोग करना चाहिए।
इस कार्यक्रम में सेशन चेयरमैन सीए महेश गुप्ता, एडवोकेट एम एल पाटौदी एवं सीए एस के विजय रहे।
कार्यक्रम का संचालन सीए कुशल सोनी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सीपीई चेयरमैन सीए रोहित पाटोदी, वाइस चेयरमैन सीए पंकज दाधीच, कोषाध्यक्ष सीए दीपक सिंघल, सीए निखिल जैन, सीए शशांक गर्ग, सीए विष्णु गर्ग, सीए दर्शन पिपलानी, सीए नवीन कुमार एवं इंदौर से सीए चर्चिल जैन सहित 150 से अधिक सीए उपस्थि
त थे।