राजस्थान में मतदान खत्म हुए करीब 1 महीने का समय बीत चुका है. लेकिन राजस्थान के नेता अभी भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. बीजेपी और कांग्रेस के इन नेताओं को आलाकमान ने देश के अन्य राज्यों में लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी है. इन्हीं में से एक कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट भी इलेक्शन कैंपेन में जोर लगाए हुए हैं. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के पर्यवेक्षक बनने के बाद पायलट क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर कांग्रेस के समर्थन में चुनावी सभाएं और सामाजिक बैठकों को संबोधित कर रहे हैं. दिल्ली की इस सीट में विधानसभावार विधायक मुकेश भाकर, विधायक रामनिवास गावड़िया, विधायक आमीन कागज़ी, विधायक विनोद गोठवाल, पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल, पूर्व विधायक वेद प्रकाश सोलंकी और पूर्व मंत्री (दर्जा प्राप्त) महेश शर्मा भी यहां जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.प्रदेश कांग्रेस महासचिव गिरीश पारीख, प्रदेश कांग्रेस में अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष आबिद कागजी और बाबरपुर में PCC अल्पसंख्यक विभाग के कार्यकारी अध्यक्ष इमरान कुरेशी को भी उन्होंने जिम्मा सौंप दिया है. पायलट को जिम्मेदारी मिलने के बाद उनकी पूरी टीम और पार्टी के नेता भी दिल्ली की इस सीट पर पार्टी के समर्थन में वोट की अपील कर रहे हैं.  बता दें कि पायलट इस लोक सभा चुनाव में 14 राज्यों में 100 से अधिक सभाएं कर चुके हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, और प्रियंका गांधी के बाद सबसे ज़्यादा डिमांड सचिन पायलट की हैं. आगामी दिनों में वह पंजाब, हिमाचल, और सातवें चरण के बाकी राज्यों में प्रचार करने जाएंगे.