राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुका है. राजस्थान में दो फेज में 25 सीटों पर मतदान कराया गया. जिसमें 19 अप्रैल को पहला फेज और 26 अप्रैल को दूसरे फेज का मतदान कराया गया. वहीं अब उम्मीदवारों को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है. हालांकि इससे भी ज्यादा राजस्थान के कैबिनेट मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्र के लोकसभा सीट पर रिजल्ट का इंतजार है. लोकसभा चुनाव से पहले ही राजस्थान कैबिनेट का गठन किया गया था. बता दें इसके लिए बीजेपी ने काफी लंबा समय लिया था. जिसके बाद इसका ऐलान किया गया था.वहीं अब लोकसभा चुनाव के बाद राजस्थान की मंत्रिमंडल की तस्वीर बदल जाएगी ऐसा कहा जा रहा है. लोकसभा चुनाव के ठीक बाद सीएम भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल का नए सिरे से गठन किया जा सकता है. वहीं कई दिग्गजों की मंत्री पद छिन भी सकती है. बताया जाता है कि जिस वक्त राजस्थान में कैबिनेट का गठन किया जा रहा था. उस वक्त कई बार उन्होंने दिल्ली का दौरा किया था. वहीं भजनलाल के माध्यम से 2 डिप्टी सीएम और 21 कैबिनेट और राज्यमंत्रियों को साफ किया गया था कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों की जीत बड़े अंतर से होनी चाहिए. बीजेपी ने शायद इसी तर्ज पर 23 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया था. जिससे की अधिक से अधिक विधानसभा क्षेत्र कवर हो जिससे जनता भी खुश हो सके और विधायक भी लोकसभा प्रत्याशियों को जीताने में पूरी ताकत लगाएं. ऐसे में लोकसभा चुनाव का रिजल्ट राजस्थान के साथ-साथ कैबिनेट मंत्रियों के लिए काफी अहम होगा. क्योंकि अगर जिस विधासभा क्षेत्र के प्रत्याशी की हार होगी उन मंत्रियों की कुर्सी जा सकती है. सीएम भजनलाल शर्मा को लेकर भी कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव परिणाम तय करेगा कि उनकी सीएम की कुर्सी रहेगी या जाएगी. शायद इसलिए भजनलाल शर्मा ने लोकसभा चुनाव में किसी भी नेता से ज्यादा ताकत झोंकी है. इतना ही नहीं वह अब राजस्थान के बाहर भी बीजेपी के कैंपेन में लगे हुए हैं. हालांकि, पीएम नरेंद्र मोदी ने भजनलाल शर्मा के काम की तारीफ पहले ही कर चुके हैं. राजस्थान के सवाई माधोपुर रैली जो उनकी राजस्थान में आखिरी रैली थी उसमें पीएम ने ने कहा कि राजस्थान में भजनलाल सरकार अच्छा काम कर रही है. सरकार बनने के चार महीने में ही वो कर दिखाया है जो गहलोत सरकार पांच साल में भी नहीं कर पाई थी.