माइग्रेन का दर्द बहुत भयंकर होता है। माइग्रेन शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है जिसके चलते हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसके चलते व्यक्ति तनाव व डिप्रेशन का भी शिकार हो सकता है। माइग्रेन पेन को दूर करने में कुछ आयुर्वेदिक उपाय साबित हो सकते हैं असरदार। हर्बल टी भीगी किशमिश खाने से इस भयंकर दर्द में मिलता है आराम।

Sponsored

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

माइग्रेन एक तरह का सिरदर्द है, जिसमें सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है। यह दर्द कभी-कभी नॉर्मल होता है और कभी बहुत भयंकर, जिसे बर्दाश्त करना मुश्किल हो जाता है। नींद की कमी, देर तक भूखे रहना, दिन का ज्यादातर समय मोबाइल, लैपटॉप और टीवी पर बिताना जैसे कई कारणों की वजह से माइग्रेन की समस्या हो सकती है।

माइग्रेन का इलाज पूरी तरह से पॉसिबल नहीं है, लेकिन डॉक्टर कुछ दवाओं के जरिए इसे कम जरूर कर सकते हैं। हालांकि कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी इसमें असरदार साबित हो सकते हैं। माइग्रेन आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए इसे हल्के में लेने के गलती न करें।

डॉ. दीक्षा भवसार सावलिया, जो एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं। कई सारी बीमारियों के आयुर्वेदिक उपचार अपने सोशल मीडिया पर शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उन्होंने माइग्रेन पेन से निपटने के उपाय बताए हैं, जान लें यहां उसके बारे में। 

1. हर्बल टी

इस हर्बल टी को वैसे तो आपको लंच या डिनर के बाद पीना है, लेकिन माइग्रेन पेन होने पर भी इस चाय को बनाकर पी सकते हैं।

आपको चाहिए

सामग्री- 1 ग्लास पानी, 1/2 टीस्पून अजवाइन, 1 दरदरी कुटी हरी इलायची, 1 टीस्पून जीरा, 1 टेबलस्पून साबुत धनिया, 5 पुदीने के पत्ते

बनाने का तरीका

सारी चीजों को तीन मिनट तक मीडियम आंच पर उबाल लें और थोड़ा ठंडा करके पिएं।

2. भीगी किशमिश

सुबह उठने के तुरंत बाद सबसे पहले आपको किशमिश खाना है। इसके लिए 10 से15 किशमिश को रातभर के लिए पानी में भिगो दें। सुबह पानी से निकालकर इसे अच्छे से चबाकर खाएं। लगातार 12 हफ्ते तक इसे खाने से आपको इसके फायदे नजर आने लगेंगे। ये शरीर के वात और पित्त दोष को कम करता है, जिससे माइग्रेन का दर्द तो दूर होता ही है, साथ ही एसिडिटी की भी समस्या दूर होती है।