राजस्थान की पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में निवाई से विधायक रहे प्रशांत बैरवा के परिवार की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं. खनिज विभाग ने शनिवार शाम पूर्व विधायक की मां आशा लता बैरवा के नाम 25 करोड़ रुपये के जुर्माने का नोटिस भेजा है, जिसमें सहायक अभियंता ने तीन पीट में अवैध खनन का आरोप लगाया है. विभाग का कहना है कि आशा लता बैरवा की फर्म के नाम 1994 से 50 सालों की लीज पर संचालित खान में 3 पीट से 1 करोड़ 90 लाख 11 हजार 438 मेट्रिक टन क्वाटर्ज का अवैध खनन किया जाना पाया गया है. बीते 4 महीनों से इस मामले की प्रक्रिया जारी है, और अब टोंक के सहायक खनिज अभियंता ने 25 करोड़ 66 लाख 74 हजार रुपये का नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में कहा गया है कि ये राशि 1 महीने में जमा कराकर चालान की कॉपी कार्यालय में पेश करनी होगी. दरसअल, करीब 4 महीने पहले जनवरी 2024 में खनिज विभाग की टीम ने बहड़ की एक खान से क्वाटर्ज फेल्सपार भरकर निकले 6 डंपरों को पकड़ा था. उस वक्त निवाई विधायक रामसहाय बैरवा ने पूर्व विधायक की खान में अवैध खनन को लेकर खनिज विभाग और सरकार तक अपनी बात रखी थी. जिसकी जांच हुई तो खनिज विभाग की टीम ने बहड़ गांव में आशा लता बैरवा के नाम से संचालित खान में निर्धारित क्षेत्र के बाहर से 3 पिट बनाकर 1 करोड़ 90 लाख 11 हजार 438 मेट्रिक टन क्वाटर्ज का अवैध खनन होना पाया गया. इस मामले में दो बार आशा लता बैरवा को नोटिस जारी किए गए, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई. आशा लता बैरवा ने कहा कि उक्त खान में अवैध खनन उनके द्वारा नहीं, बल्कि ग्रामीणों द्वारा किया गया है. इसके बाद खनिज विभाग की टीम ने दोबारा जांच की और फिर पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां के नाम 25 करोड़ 66 लाख 74 हजार 413 रुपये का नोटिस जारी करने के आदेश दे दिए. राजस्थान में सरकार बदलते ही भजन लाल सरकार ने अवैध खनन पर एक्शन शुरू कर दिया. इस विशेष अभियान के तहत एक बड़ी कार्यवाही टोंक में भी हुई, जिसके तार निवाई के पूर्व विधायक प्रशान्त बैरवा के परिवार से जा जुड़ी. जिन 6 डंपरों को पुलिस ने पकड़ा था उनमें से चार डंपर बिना रवन्ने के भरे गये पाए गए जो कि निवाई से कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा की मां के नाम से संचालित है. इसके बाद खनिज विभाग ने गिरफ्त में आए चालकों से मिली जानकारी के बाद कार्रवाई करते हुए बरौनी थाने में 6 एफआईआर दर्ज कराई. इनमें से 4 में पूर्व विधायक प्रशांत बैरवा का नाम भी अंकित कराया गया था.