राजस्थान विधानसभा की समितियों से गोविंद सिंह डोटासरा को दूर रखा गया है। विधानसभा सचिव की ओर से शुक्रवार 17 मई को 15 समितियों का गठन किया गया और उन समितियों में सभापति और सदस्यों की नियुक्ति की गई। कांग्रेस के तेजतर्रार नेता गोविंद सिंह डोटासरा को एक भी समिति में स्थान नहीं दिया गया है। पहली बार विधायक बनकर आए रविंद्र सिंह भाटी, अंशुमान सिंह भाटी, डॉ शिखा बराला, अभिमन्यू सिंह पूनिया, मनीष यादव और नौक्षम चौधरी को विभिन्न समितियों में शामिल किया गया लेकिन गोविंद सिंह डोटासरा को किसी भी कमेटी में नहीं लिया गया। विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के लिए हर बार 21 अलग-अलग समितियों का गठन किया जाता है। विधानसभा अध्यक्ष की ओर से पिछले दिनों 4 समितियों का गठन किया था और अब 15 और समितियों का गठन किया। अब तक 19 समितियों का गठन हो चुका है। शुक्रवार को गठित 15 समितियों में से केवल 2 समितियों का सभापति कांग्रेस विधायकों को बनाया गया है जबकि शेष 13 समितियों का सभापति भाजपा विधायकों को बनाया गया है। कांग्रेस विधायकों में हरीश चौधरी को सदाचार समिति और डॉ दयाराम परमार को पर्यावरण संबंधी समिति का सभापति बनाया गया है।