जीआरपी पुलिस ने बच्चों का अपहरण करने वाली हरियाणा की एक मदारी गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गिरोह में शामिल पति पत्नी और उनके तीन बेटो को किया गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने मदारी के खेल में जमूरा बनाने के लिए कोटा रेलवे स्टेशन से चार वर्षीय बालक का अहपरण किया था. और उसे कोटा से भोपाल ले गए थे. कोटा रेलवे स्टेशन से पर एक पिता अपने चार वर्षीय बालक को प्लेटफार्म पर लगी एक कुर्सी पर बैठाकर फिरोजाबाद जाने का टिकट लेने गया था. पीछे से कुछ बदमाश उस चार वर्षीय बालक का अपहरण कर ले जाते है. पिता ने जब अपने बेटे को नरादद पाया तो प्लेटफार्म पर कोहराम मच गया. बच्चे के गायब होने  की सूचना मिलते ही जीआरपी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को तलाशना शुरू किया. सीसीटीवी कैमरो की फुटेज में सामने आया की दो युवक उस बच्चे का अपहरण कर गोदी में लेकर बाहर की तरफ जा रहे है. रेलवे स्टेशन से चार वर्षीय बालक के अपहरण की जानकारी मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी आनन फानन में मौके पर पहुंचे और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. रेलवे स्टेशन के अन्दर से बालक के अपहरण को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों ने कई टीमो का गठन किया. टीमो ने करीनब पांच सौ से अधिक सीसीटीवी कैमरो की फुटेज देखकर तकनीकी मदद ली. तब मुखबिर से जानकारी मिली की गैग के सदस्य भट्टा बस्ती इलाके की कच्ची बस्ती में है. सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया और आरोपियों को दबोचते हुए चार वर्षीय बालक को दस्स्याब कर लिया. इस कार्रवाई में मौके पर एक चौदह वर्षीय बालक भी मिला. आरोपियों से उस बालक के बारे में जब पूछा गया तो सामने आया की दस वर्ष पहले आरोपियों ने इस बालक का अपहरण किया था. आज वही बालक चौदह वर्ष का हो  गया. पुलिस ने बालक को दस्तयाब कर लिया. और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी. एडीजी अनिल पालीवाल की माने तो यह गिरोह मदारी का खेल दिखाने का काम करता है और जमूरा बनाने के लिए छोटै बच्चो का अपहरण करते है और बालक को जमूरा बनाने के साथ साथ उससे भीख भी मंगवाने का काम करते है. बहरहाल पुलिस ने बदमाशो के  चंगुल से बालक को आजाद करवाकर परिजनो को सुपुर्द कर दिया है. लेकिन जरूरत है की हम भी भीडभाड वाली जगहो पर छोटे बच्चो का विशेष ध्यान रखे जिससे की ऐसी अपहरण जैसी घटनाओं की पुनरावृति रोकी जा सके.