राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने जल जीवन मिशन में घोटाले धांधली को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा था। जिसके बाद विभाग ने सभी टेंडरों को निरस्त कर दिया था। लेकिन अब मंत्री किरोड़ी लाल मीणा फिर एक घोटाले को लेकर सीएम भजनलाल को पत्र लिखा है। उन्होंने जयपुर में गांधीनगर स्थित ओल्ड एमआरईसी कैम्पस व राजकीय कॉलोनी के पुनर्विकास योजना के नाम पीपीपी मॉडल पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने के प्रोजेक्ट में 1146 करोड़ रुपए का घोटाला होने की संभावना जताई है। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने इस प्रोजेक्ट में कुछ अफसरों पर आरईडीसीसी से सांठ-गांठ कर काली कमाई करने का आरोप लगाते हुए पत्र लिखा है। कृषि मंत्री ने आरोप लगाया है कि योजना को मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री व केबिनेट से अनुमोदित करवाए बिना ही काम शुरू कर दिया। जबकि मुख्यमंत्री ने फाइल लौटी दी। वर्तमान सरकार को विश्वास में लिए बिना इस योजना को क्रियान्वित करना कुछ अधिकारियों की स्वार्थ सिद्धि व मिलीभगत है।मीणा की मांग है कि प्रकरण की पूर्ण वित्तीय जांच व विभिन्न बिंदुओं की जांच करवाई जाए। जब तक इस योजना को लागू करने पर प्रतिबंध लगाया जाए। आचार संहिता के दौरान आवास खाली करवाने के नोटिस देना, आउट ऑफ टर्न मकान आवंटित करना व नई योजना का क्रियान्वयन करना उचित नहीं है। मास्टर प्लान में यहां 18 से 19 मंजिला बिल्डिंग बनाने का प्रावधान ही नहीं है। यहां व्यावसायिक उपयोग की अनुमति भी नहीं है। योजना की लागत 5 साल पहले 277 करोड़ आंकी गई, लेकिन अब 218 करोड़ रु. ही रह गई। इसे घाटे की योजना बताकर 108 फ्लैट के साथ ही 25 फ्लैट निजी हाथों में दे दिए जाएंगे। यहां हाईकोर्ट के न्यायाधिपति का निवास है। यह वीआईपी सड़क के पास बनाई जा रही है।