दिव्या मदेरणा ने जोधपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धमेंद्र सिंह यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. वो लागतार सोशल मीडिया पर अपने हैंडल से उन पर हमला बोल रही हैं. दिव्या ने आरोप लगाया कि उनकी कार्यशैली की वजह से जिले में कांग्रेस की सीटें नहीं आईं थीं. आज चुनाव हो जाए तो भाजपा की भी नहीं आएगी. मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर दिव्या ने एसपी को निशाने पर लिया. इस दौरान पूर्व विधायक का उनके साथ भोपालगढ में हुई घटना का दर्द भी साफ छलक रहा था. पूर्व विधायक इस बात से नाराज हुईं कि पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के माफी नामे के वीडियो कैसे सामने आ रहे हैं?

 

दरअसल, ओसियां थाना क्षेत्र में भारत माला मार्ग पर टोल पर एक युवक द्वारा यात्रियों के साथ की गई मारपीट व बदतमीजी का वीडियो सामने आया था. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उनको पकड़ा. इसके बाद जिस युवक ने टोल पर मारपीट की थी, उसका एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह माफी मांगते हुए कह रहा था कि उससे गलती हुई है. जिसको लेकर दिव्या मदेरणा ने पुलिस पर हमला बोलते हुए लिखा कि आज-कल पिक्चर देखकर सुपर कॉप सिंघम बनने की होड़ लगी हुई है. सोशल मीडिया में पुलिस अधिकारी हीरो बनने के चक्कर में पब्लिक शेमिंग के अनेकों हथकंडे अपनाते हैं. पुलिस कस्टडी में बनाए वीडियो में जुर्म कबूल करवा वायरल करना, सिर-मूंछ और दाढ़ी मुंडवाना, जुलूस निकलवाना पूरी तरह गैर कानूनी है. पूर्व विधायक ने लिखा कि यह वीडियो भी जोधपुर ग्रामीण एसपी धर्मेंद्र सिंह के निर्देशों से बना है और ऐसे अनेकों वीडियो वायरल किए जा रहे हैं. पैर तोड़ना, पैर पर गोली मारना, इनके निर्देश से एक फर्जी एनकाउंटर भी हुआ जो अपने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर बायतू निवासी ओमाराम जाट का किया था. एसपी अब अपनी खुद कि खुन्नक निकालने के लिए पद का इस्तेमाल कर रहे हैं. वो इसे ट्रेंड के तरह चला रहे हैं, क्यों किसी ने इस घोर उल्लंघन का विरोध नहीं किया, तो उन्होंने इसे अपना अधिकार समझ लिया. एसपी अगर इसे इतना सही मानते हैं तो डिजी से सर्कुलर जारी करवाएं कि यह अधिकार पुलिस को दिया जाता है कि वे गिरफ्तार व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार कर सकती है. जोधपुर जिले में किसी थाने में अगर एसपी के निर्देश से गिरफ्तार व्यक्ति के साथ अधिकार का उल्लंघन किया तो हम घेराव करेंगे. ऐसा होने नहीं देंगे. मेरे ऊपर जानलेवा हमला भी एसपी धर्मेंद्र यादव की विफलता से हुआ था. पुलिस की मौजूदगी में असामाजिक तत्व डंडे लेकर खड़े थे. मैंने एसपी को कहा तो उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं है. स्थिति हमारे नियंत्रण में है. ऐसा नियंत्रण है कि एसपी ने उस मामले में आज तक एक भी गिरफ्तारी नहीं की. इनकी कार्यशैली से जिले में कांग्रेस की सीटें नहीं आईं और आज चुनाव हो जाए तो बीजेपी की नहीं आएंगी. उल्लेखनीय है कि भोपालगढ में कॉपरेटिव चुनाव के दौरान वहां पहुंचीं दिव्या मदेरणा की गाड़ी पर हमला हुआ था. गाड़ी के कांच फोड़ दिए गए, जिसको लेकर मामला दर्ज हुआ था. इस मामले में नारायण राम नाम के व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा था. वायरल हुए आरोपी के वीडियो को लेकर पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया में लिखा कि यह घटना भी एसपी धर्मेंद्र यादव के निर्देश पर ही हुई. वीडियो वायरल होने पर मैंने थानेदार को फ़ोन कर पूछा तो कह रहे हैं कि एसपी के निर्देश पर बनाया है. एडिशनल एसपी को फोन किया तो कह रहे हैं कि मुझे पता नहीं है. थाने में सिर मुंडवाने के लिए नाई को थाने में बुलाया गया. मुझे जैसे ही पता चला, मैंने आईजी जोधपुर रेंज को फोन किया, जिन्होंने इसे गैर कानूनी बताते हुए रूकवाया. दिव्या मदेरणा ने इसके लिए आईजी को धन्यवाद भी दिया. हालांकि, पूर्व विधायक ने आज आईजी से मिलने आने की सूचना भी पोस्ट की थी, लेकिन वो अभी तक नहीं आईं.