राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो चुका है. अब 4 जून को नतीजे जारी होंगे. इसी बीच कुछ ऐसी सीटें भी हैं जिनकी खूब चर्चाएं हुई. इन सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों ने भी अच्छा चुनाव लड़ा. हम बात कर रहे हैं जालौर-सिरोही सीट की. जहां पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने चुनाव लड़ा. इससे पहले वैभव गहलोत ने जोधपुर सीट से चुनाव लड़ा और गजेंद्र सिंह शेखावत से हार गए थे. अब जालौर-सिरोही सीट पर वैभव ने चुनाव लड़ा...इस बार उनका चुनाव कैसा रहा इस पर गहलोत ने रिएक्शन दिया है. जालौर सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान हुआ. इस बार जालौर-सिरोही सीट से वैभव के सामने बीजेपी के प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी रहे. हालांकि लुंबाराम की बजाय इस बार जालौर से वैभव की चर्चाएं ज्यादा रही. इसी के चलते प्रधानमंत्री मोदी भी जालौर सीट पर प्रचार करने पहुंचे थे. वहीं वैभव के समर्थन में प्रियंका गांधी, गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई दिग्गजों ने यहां प्रचार किया. हालांकि सचिन पायलट ने इस सीट पर प्रचार नहीं किया. जिसको लेकर भी कई सवाल खड़े हुए. जालौर-सिरोही सीट पर वैभव के हारने-जीतने के सवाल पर अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है. गहलोत ने कहा कि "सीट टफ है, 20 साल से वहां बीजेपी जीत रही है, गुजरात से लगती हुई सीट है..चुनाव हमने लड़ना था, मैं लड़ता या वैभव चुनाव लड़ता. जोधपुर से चुनाव लड़ना नहीं था. 2019 में वहां ऐसी स्थिति बन गई थी लेकिन इस बार सिरोही से ही चुनाव लड़ना था..इसलिए वैभव को यहां उतारा गया लेकिन वैभव ने वहां चुनाव अच्छा लड़ा है. वहां चुनाव अच्छा मैनेज हुआ है और इससे अच्छा चुनाव नहीं लड़ा जा सकता" गहलोत ने आगे कहा 2019 में अहमद पटेल जानते थे कि जोधपुर कांग्रेस के लिए टफ सीट है फिर भी वैभव ने चुनाव लड़ा.