राजस्थान में भरतपुर लोकसभा सीट को लेकर मतदान से पहले काफी चर्चा रही. क्योंकि यहां जाटों ने ऑपरेशन गंगाजल चलाकर बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील की थी. वहीं, इस सीट पर गुर्जर समाज का वोट भी काफी अहम है. बता दें कि यह सीट एससी के लिए आरक्षित है. बीजेपी ने यहां से रामस्वरूप कोली और कांग्रेस ने संजना जाटव को मैदान में उतारा है.गुर्जर समाज का कहना है कि इस बार वोट कांग्रेस को गया है. समाज में साफ तौर पर गुस्सा अग्निवीर स्कीम को लेकर हैं. बड़े-बुजुर्गों में पेंशन को लेकर भी बीजेपी में नाराजगी है. अब सवाल यह है कि इस चुनाव में क्या बड़ा परिवर्तन होने वाला है. अगर बीजेपी को यहां नुकसान होता है तो सीधा नुकसान भजनलाल शर्मा को होगा, क्योंकि यह मुख्यमंत्री का गृह जिला भी है.ऐसे में अगर परिणामों के बाद यह सीट भी बीजेपी के खाते से जाते हुए दिखेगी तो कही ना कही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की साख पर सवाल उठेगा.और जो परिवर्तन की बात राजस्थान के सियासी हलकों में चल रही है उसे कही ना कही हवा भी मिलती दिखेगी क्योंकि सीएम अगर अपने गृह जिले की सीट भी नहीं बचा पाए तो उनके नेतृत्व पर भी सवाल उठता दिखेगा.जिसके बाद माना जा रहा है कि प्रदेश में मंत्री से लेकिन मुखिया तक की कुर्सी डगमगा सकती है .