नमक के बिना हमारा खाना अधूरा रहता है और खाने का कोई स्वाद नहीं लगता है। यह खाने का स्वाद बढ़ाने लिए जरूरी है। यही वजह है कि लोग अपने स्वाद के अनुसार इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं। हालांकि जरूरत से ज्यादा इसका (Excess Salt Intake) सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही इससे पेट के कैंसर का खतरा (Stomach Cancer) भी बढ़ता है।
अब हाल ही में इसे लेकर एक ताजा स्टडी सामने आई हैं, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। नई स्टडी के मुताबिक खाने में ऊपर से या ज्यादा नमक मिलाकर खाने से पेट के कैंसर (Stomach Cancer) होने का खतरा उन लोगों की तुलना में ज्यादा होता है, जो नमक का कम इस्तेमाल करते हैं। यह स्टडी वियना यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ का एक हालिया अध्ययन में सामने आई है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में, जो बताते हैं कि आप जरूरत से ज्यादा नमक खा रहे हैं।
हाई ब्लड प्रेशर
नमक सोडियम से बना होता है और बहुत ज्यादा सोडियम इनटेक करने से आपके शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। समय के साथ, हाई ब्लड प्रेशर ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है और हार्ट डिजीज, स्ट्रोक जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
सिरदर्द
नमक आपके शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को प्रभावित कर सकता है, जिससे सिरदर्द हो सकता है, खासकर उन व्यक्तियों में जो सोडियम के स्तर में बदलाव के प्रति संवेदनशील हैं।
ज्यादा प्यास लगना
अगर आप अपनी डाइट में जरूरत से ज्यादा नमक खा रहे हैं, तो इसकी वजह से आपको ज्यादा प्यास लग सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा नमक की वजह से हमारे शरीर पानी को बनाए रखकर संतुलन बनाए रखने की कोशिश करता है, जिससे डिहाईड्रेशन हो सकता है और प्यास लग सकती है।
बार-बार पेशाब आना
आपके शरीर में अतिरिक्त नमक आपकी किडनी को इसे फिल्टर करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करता है। इसकी वजह से आप शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा सोडियम को बाहर निकालने के लिए ज्यादा यूरिन प्रोड्यूस करते हैं, जिससे बार-बार पेशाब जाना पड़ता है।
थकान
बहुत ज्यादा नमक खाने से आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे थकान और सुस्ती की भावना पैदा हो सकती है।
सूजन
नमक पानी को आकर्षित करता है, इसलिए इसका बहुत ज्यादा सेवन आपके शरीर में पानी बनाए रखने का कारण बन सकता है। इसके परिणामस्वरूप सूजन हो सकती है, विशेषकर उन हिस्सों में जहां तरल पदार्थ जमा होता है- जैसे हाथ, पैर, टखने और टांगें।