नामांकन के आखिरी दिन शुक्रवार को राहुल गांधी द्वारा रायबरेली से अपना पर्चा दाखिल करने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पर तंज कसा कि सोनिया गांधी ने लगभग 20 बार 'राहुलयान' लॉच करने की कोशिश की लेकिन वह विफल रहीं। इस बार भी राहुल उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट से चुनाव हार जाएंगे। रायबरेली से भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह भारी अंतर से जीतेंगे।

शाह ने शुक्रवार को कर्नाटक के बेलगावी, महाराष्ट्र के रत्नागिरी और सांगली में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रैलियां कीं। उन्होंने कहा, "हमने चंद्रयान-3 लॉच किया और यह सफल रहा। दूसरी ओर सोनिया गांधी हैं जोकि राहुलयान को लगभग 20 बार लॉच करने की कोशिश कर चुकीं और हर बार असफल रहीं। अब राहुल अमेठी से भाग गए हैं और रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। मैं आपको यहीं से नतीजा बताना चाहता हूं कि राहुल बाबा रायबरेली में भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह से भारी अंतर से हारेंगे।"

केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे राहुल

बता दें कि राहुल गांधी केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं और वहां 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी लगातार छुट्टियों पर जाते हैं और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 23 साल से एक भी छुट्टी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस पार्टी है जिसने 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले किए हैं तो दूसरी तरफ हमारे पास पीएम मोदी हैं जिन्होंने पिछले 23 वर्षों से एक भी आरोप के बिना सीएम और पीएम के रूप में देश की सेवा की है।

जन कल्याणकारी और विकास कार्यों की सराहना की

महाराष्ट्र में जनसभाओं के दौरान शाह ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा शासन में पिछले 10 सालों में हुए जन कल्याणकारी और विकास कार्यों की सराहना की। उन्होंने कांग्रेस और शरद पवार की तुष्टीकरण की राजनीति पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से देश को विकसित बनाने के लिए मोदी को तीसरी बार देश की बागडोर सौंपने की अपील की। शाह ने कहा कि मोदी को तीसरी बार चुनने का अर्थ है देश को सुरक्षित और समृद्ध करना। अब विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने का समय आ गया है।

शाह ने यह भी कहा

उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे नकली शिवसेना के अध्यक्ष हैं, उन्हें वीर सावरकर का नाम लेने में शर्म आती है। वह जय शिवाजी और जय भवानी का नारा लगाते हुए भी डरते हैं। सीएम बनने के लालच में उद्धव ठाकरे जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का विरोध करने वाली कांग्रेस और शरद पवार के साथ मिल गए। इंडी गठबंधन अब औरंगजेब का फैन क्लब बन चुका है, ये चुनाव वोट फार जिहाद और वोट फार विकास के बीच का है। मोदी के दृढ़ निश्चय और साहसी कदम के चलते ही कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा लहराने का संकल्प पूरा हुआ।