हेयर स्टाइलिंग की जरूरत जितनी महिलाओं को होती है उतना ही ये पुरुषों के लिए भी जरूरी है। ऐसे में अगर आप टीनएजर हैं और पहली बार नई-नई दाढ़ी बनवाना चाहते हैं लेकिन इस कन्फ्यूजन में हैं कि शेंविंग कराएं या ट्रिमिंग (Shaving vs Trimming) तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है। यहां हम आपको बताएंगे कि त्वचा के लिहाज से दोनों ऑप्शन्स में से क्या ज्यादा बेहतर है।

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महावीर कुल्फी सेन्टर - बूंदी

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नई उम्र के लड़कों को अक्सर ये कन्फ्यूजन रहता है कि दाढ़ी बनाने के लिए ट्रिमिंग या शेविंग में से बेस्ट ऑप्शन क्या है। अगर आप भी सोचते हैं कि ठीक से दाढ़ी न आ पाने के पीछे ट्रिमिंग का हाथ है, या फिर शेविंग कराने से दाढ़ी के बाल हार्ड हो जाते हैं... वगैरह वगैरह। इस आर्टिकल में इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब आपको देने की कोशिश करेंगे और बताएंगे कि ट्रिमिंग या शेविंग के दौरान आपको किन जरूरी बातों का ख्याल रखना होता है। आइए जानें।

क्या है शेविंग?

 
 
 

शेविंग के लिए रेजर का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रोसेस में ब्लेड की मदद से बालों को साफ किया जाता है। इसके बाद स्किन स्मूथ हो जाती है यानी इसके ऊपर कोई भी बाल दिखाई नहीं देता है। साथ ही, इससे त्वचा भी एक्सफोलिएट होती है, ऐसे में चेहरे पर जमा डेड स्किन सेल्स से छुटकारा मिलता है और बाल वापस आने में भी ट्रिमिंग की तुलना में ज्यादा समय लगता है।

क्या है ट्रिमिंग?

अगर आप पूरी तरह बालों को हटाना नहीं चाहते हैं, तो ऐसे में ट्रिमिंग का सहारा लेना पड़ता है। इसमें बाल छोटे हो जाते हैं, सेट हो सकते हैं और दाढ़ी को मनचाहा शेप भी मिल सकता है। ट्रिमर को अलग-अलग नंबर पर सेट करके ग्रूमिंग का ये तरीका भी लोगों के बीच काफी फेमस है। बियर्ड रखने वाले लोग इसे ही चुनते हैं।

शेविंग करें या ट्रिमिंग?

अब आखिर में सवाल खड़ा होता है कि दोनों में से कौन-सा ऑप्शन आपके लिए ज्यादा बेहतर है, तो बता दें कि सबसे पहले अपने मकसद को क्लीयर रखें, जैसे- अगर आपको बियर्ड वाला हैंडसम लुक चाहिए और दाढ़ी-मूछों को शेप देना है, तो इसके लिए ट्रिमिंग ही एक ऑप्शन है।

वहीं, अगर आपको त्वचा के लिहाज से बेहतर देखना है, तो शेविंग ही बढ़िया है, क्योंकि इसमें स्किन एक्सफोलिएट हो जाती है और डेड स्किन से छुटकारा मिलता है। बता दें, अक्सर लोग घनी-घनी दाढ़ी रख लेते हैं, लेकिन उन्हें मालूम नहीं होता कि इसके नीचे की त्वचा का हाल कैसा है, वहां कितनी ड्राईनेस हो गई है या नहीं। ऐसे में अगर आप क्लीन लुक में रहते हैं, तो चेहरे की अच्छी क्लीनिंग हो सकती है और त्वचा पर यूज होने वाले फेस वॉश या मॉइस्चराइजर का असर भी अच्छी तरह होता है।

ध्यान रखें ये बात

अगर आपकी त्वचा संवेदनशील या सेंसिटिव है, यानी हल्की-फुल्की खुजली या किसी नए प्रोडक्ट के इस्तेमाल से त्वचा पर रेडनेस या इचिंग हो जाती है, तो ऐसे में आपको ट्रिमिंग का ऑप्शन ही चुनना चाहिए, क्योंकि इसमें ट्रिमर का कॉन्टेक्ट सीधे आपकी त्वचा से न होकर बालों से होता है, जिससे आप न सिर्फ कट लगने से बचते हैं, बल्कि स्किन पर भी रेडनेस नहीं होती है।

अगर आप दाढ़ी को घना बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए महीने में एक बार शेविंग करा सकते हैं और बाकी दिन इसे ट्रिमर से सेट कर सकते हैं। बता दें, शेविंग से दाढ़ी तेजी से बढ़ती है और स्किन भी हेल्दी रहती है। कुल मिलाकर दोनों को चुनते वक्त आपको थोड़ी बहुत सावधानी बरतनी होगी।

Disclaimer: लेख में उल्लेखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।