अमिताभ कांत ने X पर एक पोस्ट में कहा कि भारत के आटोमोटिव सेक्टर में होने वाला बदलाव महत्वपूर्ण है।यह देश के सकल घरेलू उत्पाद में सात प्रतिशत मैन्यूफैक्चरिंग सकल घरेलू उत्पाद में 35 प्रतिशत और कुल निर्यात में आठ प्रतिशत का योगदान देता है। भारत तीसरा सबसे बड़ा आटो बाजार है। सरकारी वाहन पोर्टल डैशबोर्ड विशेष रूप से दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के पंजीकरण में वृद्धि को दर्शाता है
जी20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने कहा कि देश में 2030 तक 100 प्रतिशत दोपहिया और तिपहिया वाहन का लक्ष्य अगर हासिल करना है तो 10 लाख फास्ट चार्जर की जरूरत होगी। कांत ने कहा कि जीवाश्म ईंधन आधारित दहन प्रौद्योगिकी धीरे-धीरे अपनी वजूद खोती जा रही है और भविष्य इलेक्ट्रिक वाहनों का है।
X पर किया पोस्ट
कांत ने इंटरनेट मीडिया X पर एक पोस्ट में कहा कि भारत के आटोमोटिव सेक्टर में होने वाला बदलाव महत्वपूर्ण है और यह देश के सकल घरेलू उत्पाद में सात प्रतिशत, मैन्यूफैक्चरिंग सकल घरेलू उत्पाद में 35 प्रतिशत और कुल निर्यात में आठ प्रतिशत का योगदान देता है। भारत तीसरा सबसे बड़ा आटो बाजार है। सरकारी वाहन पोर्टल डैशबोर्ड विशेष रूप से दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के पंजीकरण में वृद्धि को दर्शाता है, लेकिन तिपहिया और चौपहिया वाहनों में मामूली गिरावट देखी गई है।
घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग पर दिया जोर
जनवरी 2024 में इलेक्टि्रक वाहनों का पंजीकरण 1,44,877 था और फरवरी में यह घटकर 1,41,382 पर आ गया। हालांकि मार्च के महीने में इस तरह के वाहनों का पंजीकरण 32 प्रतिशत बढ़कर 1,86,143 हो गया। उन्होंने इलेक्ट्रिक वाहनों की घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग पर जोर दिया।