हार्मोन्स का असंतुलन बहुत बड़ी समस्या है। इसके चलते शरीर में कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं। जहां कुछ एक बीमारियां ठीक हो सकती हैं तो वहीं कुछ एक गंभीर रूप ले सकती हैं। इसलिए हार्मोन्स को संतुलित रखना बहुत जरूरी है। मुंहासें डायबिटीज थाइरॉइड मोटापे से लेकर बांझपन तक की समस्या के लिए हार्मोन्स असंतुलन एक कारण हो सकता है।

आज के समय में लोग कम उम्र में ही कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। डायबिटीज, मोटापा, कब्ज, हाई ब्लड प्रेशर के साथ इसमें हार्मोनल डिस्बैलेंस भी शामिल है। ये एक अलग ही तरह की समस्या है। हार्मोन के का असंतुलित होने पर शरीर में कई दूसरी तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। हार्मोन असंतुलन का मतलब शरीर में हार्मोन का कम या ज्यादा उत्पादन। हार्मोन्स के डिस्बैलेंस होने के पीछे हमारी कुछ आदतें जिम्मेदार होती हैं। अगर आपने इन आदतों में सुधार कर लिया, तो हार्मोन को आसानी से बैलेंस किया जा सकता है। कौन सी आदतें हैं हार्मोन के असंतुलन की वजह, जान लें यहां।

फिजिकल एक्टिविटीज न करना

बिजी लाइफस्टाइल, घर की जिम्मेदारियों और आलस के चलते फिजिकल एक्टिविटी को इग्नोर करना पड़ सकता है सेहत पर भारी। इससे सिर्फ मोटापा ही नहीं बढ़ता, बल्कि हार्मोन्स का संतुलन भी बिगड़ सकता है। जिससे पाचन, हेयर लॉस, वजन बढ़ना जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। अगर आप नहीं होना चाहते इसका शिकार तो रोजाना कम से कम 30 मिनट वर्कआउट जरूर करें। 

स्ट्रेस लेना

बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने से भी हार्मोन का स्तर बिगड़ सकता है। इसलिए स्ट्रेस कम लें। स्ट्रेस दूर करने के लिए प्राणायाम, योगासन, मेडिटेशन आदि का अभ्यास करें।

खानपान में गड़बड़ी

जंक, ऑयली फूड्स, मसालेदार खाना खाने में तो बहुत अच्छा लगता है, लेकिन अगर यही चीज़ें आपकी डाइट का हिस्सा हैं, तो जान लें ये हार्मोनल असंतुलन की भी वजह बन सकती हैं। हार्मोन्स को संतुलित रखने के लिए प्रोटीन, फाइबर युक्त डाइट लें। 

देर रात तक जागना

शरीर में हार्मोन बैलेंस को सही बनाए रखने के लिए अच्छी और गहरी नींद भी बहुत जरूरी है। स्वस्थ शरीर के लिए रोजाना 7 से 8 घंटे सोना जरूरी है। अगर आप सही नींद नहीं लेते या देर रात तक जागते हैं, तो इससे शरीर में हार्मोन का लेवल बिगड़ने लगता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।