श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे थाईलैंड पहुंच गए हैं. वह फिलहाल सिंगापुर रह रहे थे, लेकिन अल्पकालिक वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद, उनको थाइलैंड के लिए रवाना होना पड़ा.सिंगापुर के इमिग्रेशन एंड चेकपॉइंट्स अथॉरिटी (ICA) के अनुसार, उन्होंने 11 अगस्त को देश छोड़ दिया है.
14 जुलाई को पहुंचे सिंगापुर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रीलंका में हालत खराब होने के बाद गोटाबाया राजपक्षे 14 जुलाई को सिंगापुर पहुंचे थे. पहले उनको महज 14 दिनों के लिए शरण दिया गया था, लेकिन बाद में इसे 11 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था.
थाइवैंड ने दी ये प्रतिक्रिया
इससे पहले 10 अगस्त को थाईलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा कि राजपक्षे से दक्षिण पूर्व एशियाई देश का दौरा करने का अनुरोध मिला है. ऐसे में श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति का सिंगापुर में राजनीतिक शरण के लिए आवेदन करने का कोई इरादा नहीं है. डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तनी संगरत ने कहा कि सरकार को राजपक्षे के राजनयिक पासपोर्ट के साथ देश की यात्रा करने से कोई समस्या नहीं है.
बैंकॉक में मिली अनुमति
वहीं, थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने कहा कि श्रीलंकाई नेता को मानवीय आधार पर बैंकॉक में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी और वह केवल थोड़े समय के लिए ही देश में रहेंगे. रिपोर्टों के अनुसार, श्रीलंकाई सरकार ने थाई सरकार से पूर्व राष्ट्रपति के लिए अस्थायी आश्रय की औपचारिक अपील की है.
नवंबर में लौट सकते हैं श्रीलंका
डेली मिरर ने राजनीतिक सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि राजपक्षे के 90 दिनों के थाई वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद नवंबर में श्रीलंका लौटने की उम्मीद है और फिर वह विदेशों में अस्थायी आश्रय के लिए आवेदन करने के योग्य नहीं होंगे.
15 जुलाई को दिया था इस्तीफा
बता दें कि गोटबाया राजपक्षे ने श्रीलंका के लोगों के बढ़ते दबाव के बीच 15 जुलाई को आधिकारिक तौर पर श्रीलंका के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने से दो दिन पहले राजपक्षे अपनी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मालदीव भाग गए थे. एक दिन वहाँ रहने के बाद, वह बाद में सिंगापुर चले गए, जहां वे लगभग एक महीने तक रहे.