नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ ले जाया गया है। उन्हें तिहाड़ के जेल नंबर 2 में रखा जाएगा। वह यहां अकेले रहेंगे और 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे। बता दें, केजरीवाल की ईडी कस्टडी की अवधि सोमवार को खत्म हो गई थी। कोर्ट में मामले पर बहस हुई और उन्हें 15 अप्रैल तक के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया गया। जैसे ही यह फैसला आया, वैसे ही समर्थकों की भीड़ तिहाड़ के सामने जुटने लगी। इसके बाद उन्हें दोपहर 4 बजे कोर्ट से बाहर निकालकर जेल ले जाया गया।
भीड़ जुटने से लगा जाम
वहीं तिहाड़ के बाहर आप के समर्थक भारी संख्या में जुटे थे। एएनआई के वीडियो में सभी समर्थक जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इस दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से झड़प भी हुई। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को जेल के सामने से हटाया। इस कारण वहां पर जाम लग गया। वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोगों को आवाजाही में परेशानी झेलनी पड़ी।
महिलाओं ने जमकर की नारेबाजी
वहीं प्रदर्शनकारियों में कई महिलाएं भी शामिल थीं। महिलाएं सड़कों पर बैठकर जमकर नारेबाजी कर रही थी। पुलिसकर्मियों ने सभी को वहां से घसीटकर ले गए। सभी केजरीवाल की रिहाई की मांग कर रहे थे। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। कई महिलाओं को चोट लगने की बात कही जा रही है।
इन चीजों की कोर्ट से मांगी अनुमति
बता दें, सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेल में तीन किताबें पढ़ने की इच्छा जताई है। इसमें भगवद्गीता, रामायण और नीरजा तिवारी की लिखी पुस्तक 'हाऊ प्राइमिनिटर्स डिसाइड' शामिल हैं। वहीं उन्होंने धार्मिक लॉकेट की भी डिमांड की है। इसके साथ ही उन्होंने स्पेशल डाइट और दवाएं भी मांगी है।