अगर आप अपनी हर छोटी बड़ी पेमेंट के लिए UPI का उपयोग करते हैं तो आपको कुछ बातों को दिमाग में बिठा लेना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे यूपीआई पेमेंट करते समय कुछ बातों का ध्यान रखकर कैसे स्कैम से बच सकते हैं। ये कुछ टिप्स किसी भी पेमेंट मैथर्ड यानी गूगल पे फोन पे या पेटीएम का इस्तेमाल करते समय काम आएंगे।

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ओम धगाल - पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा युवा मोर्चा

ओम धगाल की और से हिंडोली विधानसभा क्षेत्र एवं बूंदी जिले वासियों को रौशनी के त्यौहार दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

बढ़ती टेक्नोलॉजी ने लोगों को लगातार आगे बढ़ने का मौका दिया और इसके साथ ही भारत में पेमेंट के तरीका में भी काफी बदलाव हुए है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बीते कुछ सालों में UPI पेमेंट को बहुत लोकप्रियता हासिल हुई हैं। हालांकि वैसे-वैसे ही स्कैम और धोखाधड़ी का शिकार होने का जोखिम भी बढ़ रहा है।

भारत में लोग मुख्य रुप से Google Pay, PhonePe, Paytm, या किसी अन्य UPI-सक्षम ऐप का उपयोग करते हैं। ऐसे में स्कैम से बचने के लिए आप कुछ टिप्स को ध्यान में रखना होगा, जिसके बारे में हम बताने जा रहे हैं।

पेमेंट डिटेल्स को करें डबल चेक

किसी को भी पेमेंट करने से पहले हमेशा रिसीवर यानी प्राप्तकर्ता की जानकारी जैसे फोन नंबर, बैंक अकाउंट या यूपीआई आईडी को दोबारा चेक करें। अगर आप कोई गलत डिटेल डाल देंगे तो आपके पैसे खोने का डर रहता है।

फिशिंग का रखें ध्यान

हमेशा इन बातों का ध्यान रखें कि आप अपने यूपीआई क्रेडेंशियल्स, ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड), या पर्सनल जानकारी किसी के साथ भी साझा न करें। अक्सर स्कैमर्स धोखाधड़ी वाले एसएमएस, ईमेल या फोन कॉल के माध्यम से फिशिंग के जरिए आपके पैसे लूटने का प्रयास करते हैं।

सिक्योरिटी का रखें ध्यान

आप अपने यूपीआई ऐप तक सुरक्षित रखने के लिए पिन, पैटर्न, फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक जैसी विधियों का विकल्प चुन सकते हैं। इसकी मदद से आप आसानी से स्कैमर्स से बच सकते हैं।

ऐप लॉक और बायोमेट्रिक का करें इस्तेमाल

सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए आप UPI ऐप्स द्वारा दी जाने वाली ऐप लॉक और बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन जैसी इन बिल्ड सुरक्षा सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे इनको एक्सेस करना किसी के लिए आसान नहीं होगा।

अपडेट रखें ऐप

चाहे आप किसी भी ऐप का इस्तेमाल क्यों न करें, हमेशा उसके लेटेस्ट वर्जन को अपडेट रखें। इससे ऐप में अगर कोई बग होगा तो नए सिक्योरिटी अपडेट के जरिए उसे ठीक किया जा सकता है।

ओटीपी या यूपीआई पिन साझा न करें

चाहें आपके परिवार वाले हो या आपके दोस्त हों किसी को भी अपना ओटीपी या यूपीआई पिन साझा न करें। वैध UPI ऐप्स कभी भी यह जानकारी नहीं मांगेंगे और इसे साझा करने से आपके खाते की सुरक्षा से समझौता हो सकता है।