Ford ने कुछ दिन पहले ही भारतीय बाजार में तीसरी पीढ़ी की Endeavour का डिजाइन पेटेंट रजिस्टर कराया है। तीसरी पीढ़ी का मॉडल भारत में उपलब्ध पिछले एंडेवर के विपरीत एडवांस सेफ्टी फीचर्स से लैस होगा। इसका केबिन 12-इंच टचस्क्रीन और एक ऑल-डिजिटल क्लस्टर सहित फीचर्स की डिटेल्ड लिस्ट के साथ अधिक प्रीमियम एक्सपीरिएंस प्रदान करता है। इसके अलावा इसका डिजाइन F-150 पिकअप से इंस्पायर्ड है।

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 Ford ने कुछ दिन पहले ही भारतीय बाजार में तीसरी पीढ़ी की Endeavour का डिजाइन पेटेंट रजिस्टर कराया है। आपको बता दें कि कंपनी अपनी इस पॉपुलर एसयूवी को वैश्विक बाजार में Ford Everest के नाम से बेचती है। आइए, इसके बारे में जान लेते हैं।

नई Ford Endeavour में क्या खास?

तीसरी पीढ़ी का मॉडल, भारत में उपलब्ध पिछले एंडेवर के विपरीत एडवांस सेफ्टी फीचर्स से लैस होगा। इसका केबिन 12-इंच टचस्क्रीन और एक ऑल-डिजिटल क्लस्टर सहित फीचर्स की डिटेल्ड लिस्ट के साथ अधिक प्रीमियम एक्सपीरिएंस प्रदान करता है। इसके अलावा, इसका डिजाइन F-150 पिकअप से इंस्पायर्ड है।

नई एंडेवर को अब इसके बेस ट्रेंड फॉर्म में चेन्नई के पास एक फ्लैट बेड ट्रक पर टेस्टिंग करते हुए देखा गया है। इसको साल के अंत में लोकल असेंबली लाइन्स में आने से पहले सीबीयू मार्ग के माध्यम से देश में लाया जा सकता है। भारत के लिए Mustang Mach-e पर भी विचार चल रहा है।

तमिलनाडु प्लांट में होगा प्रोडक्शन! 

फोर्ड तमिलनाडु में 350 एकड़ के प्लांट से नई एंडेवर को निर्यात करने पर विचार कर सकता है, जिसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 1.5 लाख कारों और 3.4 लाख इंजनों की है। Ford Endovour पिछले मॉडल के साथ एक ही प्लेटफॉर्म साझा करती है, इसलिए मौजूदा आर्किटेक्चर को फिर से तैयार करने के विकल्प फोर्ड को विदेशी बाजारों के लिए अपने वॉल्यूम अनुमानों को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

अमेरिकी वाहन निर्माता को अपने प्रोडक्शन प्लांट के कम उपयोग के कारण स्थानीय स्तर पर काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था। इसके चलते अगस्त 2022 में फोर्ड ने अपने साणंद प्लांट को टाटा मोटर्स को बेचने का फैसला किया, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि तमिलनाडु में मरैमलाई नगर प्लांट अभी तक बिना बिका रहा है।