Passion Fruit को पैशन फ्रूट के नाम से भी जाना जाता है। इन दिनों लोगों के बीच इसका चलन काफी बढ़ गया है। यह स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। यह फल विटामिन मिनरल एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसे खाने ब्लड शुगर मोटापे जैसी समस्याऔं से रहात मिलती है। आइए जानते हैं इसके अन्य फायदे-

कृष्ण फल का नाम तो आपने सुना ही होगा। इसे पैशन फ्रूट के नाम से भी जाना जाता है। आजकल लोगों के बीच एक्जॉटिक फलों जैसे कीवी, एवोकाडो, ब्लूबेरी के सेवन के चलन बढ़ गया है। उसी तरह पैशन फ्रूट यानी कृष्ण फल की डिमांड भी बढ़ गई है। कई पोषक तत्वों जैसे विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पैशन फ्रूट खाने के अनेक फायदे होते हैं। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है, वजन घटाने में मदद मिलती है और ये दिल को स्वस्थ भी रखता है। तो आइए जानते हैं पैशन फ्रूट खाने के अनेक फायदे-

शुगर लेवल कंट्रोल करें

डायबिटीज के रोगियों के लिए पैशन फ्रूट बहुत ही फायदेमंद होता है। ये ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखता है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम पाया जाता है, जिससे शुगर नहीं बढ़ता। इसके साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो शरीर में इंसुलिन के लेवल को कंट्रोल में रखता है।

दिल को रखें दुरुस्त

पैशन फ्रूट में पोटैशियम और इलेक्ट्रोलइट पाए जाते हैं, जो दिल की सेहत को दुरुस्त रखते हैं। इससे अलावा इसके मौजूद फाइबर अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने और बैड कोलेस्ट्रोल को कम करने में मदद करता है।

ब्लड सर्कुलेशन दुरुस्त रखें

पैशन फ्रूट के बीज में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को दुरुस्त बनाए रखते हैं। इसमें मौजूद पिसेटानॉल और स्किर्पुसिन बी नामक कंपाउंड दिल की बीमारियों को दूर करते हैं और सही ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखते हैं।

वजन कम करने में सहायक

पैशन फ्रूट में कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं। इसके सेवन से शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज हो जाता है, जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है और वजन नियंत्रित रहता है।

इम्युनिटी मजबूत बढ़ाएं

पैशन फ्रूट में विटामिन ए, सी और बीटा कैरोटीन जैसे पोषण तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।