सेपरेशन एंग्जाइटी जैसा कि नाम से ही क्लियर हो रहा है किसी अपने से अलग होने या खोने का डर। इसमें व्यक्ति अलगाव के बारे में सोच-सोचकर परेशान होता रहता है और अपने साथ पार्टनर को भी परेशान करता है। जिस वजह से रिलेशनशिप में प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। आइए जानते हैं इस एंग्जाइटी के बारे में और विस्तार से साथ ही इसे डील करने के तरीके भी।
क्या है सेपरेशन एंग्जाइटी?
सेपरेशन एंग्जाइटी मतलब हर वक्त किसी अपने को खोने या अलग होने के डर सताना। वैसे तो हम सभी की लाइफ में कोई न कोई ऐसा होता है, जिससे अलग होने का ख्याल ही डरा देता है, लेकिन जहां नॉर्मल केसेज़ में ऐसी फिलिंग कुछ सेकेंड या मिनट भर ही रहती है, वहीं कुछ लोगों को ये फीलिंग बहुत ज्यादा परेशान कर देती है। बेवजह की बातों को सोच-सोचकर वो इतना ज्यादा परेशान हो जाते हैं कि जिसका असर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने लगता है।
सेपरेशन एंग्जाइटी के लक्षण
- दिल की धड़कन बढ़ जाना
- फोकस करने में प्रॉब्लम
- हर वक्त खोने का डर सताना
- बुरे-बुरे ख्याल आना
- सिर दर्द और बेचैनी महसूस होना
- बेवजह रोने का दिल करना
इन तरीकों से कर सकते हैं रिलेशनशिप एंग्जाइटी को हैंडल
समस्या को पहचानें
इस एंग्जाइटी से डील करने के लिए सबसे पहले इसके लक्षणों की पहचान जरूरी है। क्या आपको भी पार्टनर से अलग होते ही घबराहट महसूस होती है? क्या इसके चलते आप ओवर थिंकिंग करने लगते हैं? अगर ये सारी चीज़ें हो रही हैं, तो समझ जाएं आप इसका शिकार हैं।
ध्यान लगाएं
समस्या की पहचान हो जाने पर उससे निपटने के उपायों पर ध्यान दें। जिसमें मेडिटेशन कर सकता है आपकी मदद। मेडिटेशन का अभ्यास न सिर्फ दिमाग को शांत करता है, बल्कि आपको मानसिक रूप से मजबूत भी बनाता है। अगर आपका अपने दिमाग पर काबू नहीं, तो आप हर वक्त परेशान होते रहेंगे। इसलिए इसे समझना और इस पर काम करना जरूरी है।
थेरेपी है फायदेमंद
एंग्जाइटी की समस्या दूर करने में थेरेपी भी बेहद कारगर होती है। एक्सपर्ट्स आपसे बात करके, आपकी सिचुएशन को देखते हुए कैसे क्या करना है, इस पर काम करते हैं।
फीलिंग शेयर करें
सेपरेशन एंग्जाइटी से परेशान होकर खुद को अकेला न कर लें, बल्कि पार्टनर से अपनी सिचुएशन बताएं। जिन चीज़ों को लेकर आपको अलग होने का डर सता रहा है, हो सके बात करने के बाद इसका हल निकल जाए। पार्टनर का सपोर्ट कई बड़ी परेशानियों का हल है।