केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस ) ने यह कदम अभिभावकों की दिक्कतों के साथ ही रिजर्व बैंक की सलाह को ध्यान में रखते हुए उठाया है। जिसमें रिजर्व बैंक ने संस्थानों से ईज आफ डूइंग बिजनेस और डिजिटल इंडिया की पहल के जरिए सभी तरह के पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने का सुझाव दिया था। केवीएस ने जनवरी महीने में इसको लेकर एक ट्रायल भी किया।

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केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ने वाले 14 लाख से अधिक छात्रों को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने बड़ी राहत दी है। जिसके चलते अब वह अपनी फीस का भुगतान भारत बिल पेमेंट सिस्टम से जुड़े फोन-पे, गूगल-पे और अमेजन-पे सहित करीब चार सौ अलग-अलग प्लेटफार्मों से भी कर सकेंगे।

अभी तक वह अपनी फीस को अलग- अलग बैंकों या फिर एनबीएफसी ( नॉन बैकिंग फाइनेंस कंपनी ) के जरिए ही ऑनलाइन जमा कर सकते थे। ऐसे में इस फैसले को छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत देने वाला अहम कदम माना जा रहा है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस ) ने यह कदम अभिभावकों की दिक्कतों के साथ ही रिजर्व बैंक की सलाह को ध्यान में रखते हुए उठाया है। जिसमें रिजर्व बैंक ने संस्थानों से ईज आफ डूइंग बिजनेस और डिजिटल इंडिया की पहल के जरिए सभी तरह के पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने का सुझाव दिया था।

हालांकि इस सिस्टम को शुरू करने के पहले केवीएस ने जनवरी महीने में इसको लेकर एक ट्रायल भी किया। जिसमें सफल पाए जाने के बाद इसे अब छात्रों के लिए खोल दिया गया है। इसके तहत अब फोन- पे, गूगल- पे और अमेजन-पे सहित भारत बिल पेमेंट सिस्टम से जुड़े करीब 400 एप के जरिए फीस का भुगतान किया जा सकेगा।