बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के अपने समकक्ष मोहन यादव को एक पत्र लिखकर किसानों को तत्काल रिहा करने का अनुरोध किया। दरअसल, कर्नाटक के किसान एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी जा रहे थे तभी उन्हें भोपाल में हिरासत में लिया गया था।

सिद्दरमैया ने क्या कुछ कहा

सिद्दरमैया ने मोहन यादव को लिखे एक पत्र में कहा कि केंद्र की 'किसान विरोधी नीतियों' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए बेंगलुरु से दिल्ली जा रहे कर्नाटक के किसानों के एक समूह को भोपाल में बिना किसी वजह से हिरासत में लिया गया है। सिद्दरमैया ने कहा,किसानों को हिरासत में लिए हुए चार दिन हो चुके हैं और उन्हें अब तक रिहा नहीं किया गया है। अब यह जानकारी मिली है कि आपके पुलिस अधिकारी किसानों को वाराणसी शिफ्ट कर रहे हैं। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली की यात्रा करना लोगों का संवैधानिक अधिकार है।

'किसानों के साथ हो रहा दुर्व्यवहार'

पत्र में कहा गया कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बेहतर नीतियों की मांग करने वाले किसानों को मध्य प्रदेश में पुलिस अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया जा रहा है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है।सिद्दरमैया ने मोहन यादव से किसानों की तत्काल रिहाई की मांग की। सनद रहे कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सहित अन्य मांगों को लेकर 'दिल्ली चलो' आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। इस आंदोलन के जरिए किसान संगठन केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।