कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने शनिवार को भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि उसके सदस्यों द्वारा जय श्री राम के नारे गुस्से और नफरत को दर्शाते हैं। लोकसभा में उन्होंने कहा कि राम राज्य की परिभाषा का अर्थ है एक ऐसा युग जब हर कोई खुश हो और कोई भी दुखी न हो। उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या वर्तमान समय में देश के उत्पीड़ितपिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक खुश हैं।
लोकसभा में कांग्रेस नेता ने कहा कि 'राम राज्य' की परिभाषा का अर्थ है एक ऐसा युग जब हर कोई खुश हो और कोई भी दुखी न हो। उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या वर्तमान समय में देश के उत्पीड़ित, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक खुश हैं।
भाजपा का अहंकार
गोगोई ने कहा कि अनुसूचित जाति (एससी) के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं क्योंकि जब विश्वविद्यालयों में शिक्षा और सरकारी नौकरियों में हिस्सेदारी की बात आती है तो उन्हें भेदभाव महसूस होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का अहंकार उन्हें महंगाई, असहिष्णुता, अल्पसंख्यकों के प्रति हिंसा देखने से रोक रहा है।
आपके 'जय श्री राम' नारे में गुस्सा और नफरत
सत्ता पक्ष के सदस्यों के विरोध करने पर गोगोई ने कहा कि 'जय श्री राम' के नारे से प्रेम और सद्भावना झलकनी चाहिए। गोगोई ने कहा, 'लेकिन आपके 'जय श्री राम' नारे में गुस्सा और नफरत है। अगर आपका दिल नफरत से भरा है, अगर आप दूसरों पर गोलियां चलाते हैं या दूसरे धर्मों के पूजा स्थलों को अपवित्र करते हैं तो आप 'राम भक्त' नहीं हो सकते।'
कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती है
गोगोई ने कहा कि सीता ने अपने धैर्य और दैवीय ऊर्जा को कभी कम नहीं होने दिया, लेकिन उन्नाव में दलित लड़की या दुर्व्यवहार का विरोध करने वाली महिला खिलाड़ियों को ऐसा अनुभव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वे असहाय महसूस कर रहे थे। हमारे चारों ओर असहायता है। आप उन युवाओं में असहायता देखेंगे जो नौकरी तलाश रहे हैं। कुछ ने नशे की लत और अपराध को अपना लिया है, जबकि अन्य दूसरे देशों में नौकरी की तलाश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करती है लेकिन इस शब्द की 'पश्चिमी परिभाषा' से खुद को दूर रखती है।
भारत एक धार्मिक देश
गोगोई ने आगे कहा कि भारत एक धार्मिक देश है। हम किसी एक धर्मग्रंथ में नहीं, बल्कि सभी धर्मों की समानता में विश्वास करते हैं। गुरु नानक का हवाला देते हुए गोगोई ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी को एकजुट करना चाहती है और यही भारत की परंपरा है। उन्होंने कहा, 'इसलिए, मैं सत्तारूढ़ दल को चेतावनी देना चाहता हूं कि उन्हें नाथूराम गोडसे का रास्ता छोड़ देना चाहिए, आपको गोडसे की पूजा करने की परंपरा को बंद कर देना चाहिए। अहंकार करना बंद कर देना चाहिए। रावण अपने अहंकार के कारण मारा गया था।'
गोगोई ने कहा कि वह राम ही थे जिन्होंने रावण के अहंकार को हराने के लिए शोषितों और पिछड़ों की सेना को सशक्त बनाया। गोगोई ने कहा, 'इस देश का जन्म 2014 या 22 जनवरी 2024 को नहीं हुआ था। राम लला हमेशा हमारे साथ रहे हैं, 500 साल पहले भी और भविष्य में भी। राम हमारे दिलों में हैं।'