Apple एक नए एआई इमेज टूल का अनावरण किया है जो यूजर्स को संपादन सॉफ्टवेयर को छुए बिना भी अपनी तस्वीरों को संपादित करने की सुविधा देता है। माइक्रोसॉफ्ट मेटा या गूगल के विपरीत एपल जेनेरेटिव एआई स्पेस में एक बड़ा खिलाड़ी नहीं रहा है लेकिन सीईओ टिम कुक ने कहा है कि कंपनी इस साल अपने टूल में और अधिक एआई फीचर जोड़ना चाहती है।
टेक दिग्गज एपल ने एक नए एआई इमेज टूल का अनावरण किया है, जो यूजर्स को संपादन सॉफ्टवेयर को छुए बिना भी अपनी तस्वीरों को संपादित करने की सुविधा देता है।
एजेंसी ने मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया कि MGIE मॉडल (MLLM-गाइडेड इमेज एडिटिंग) टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के माध्यम से छवियों को क्रॉप, आकार, फ्लिप और फिल्टर जोड़ सकता है। आपको बता दें कि एपल ने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, सांता बारबरा के साथ इस पर काम किया है।
इमेज एडिटिंग में मददगार
MGIF को सरल और अधिक जटिल इमेज एडिटिंग कार्यों पर लागू किया जा सकता है जैसे किसी फोटो में विशिष्ट वस्तुओं को संशोधित करके उन्हें एक अलग आकार देना या चमकदार बनाना।
यह मॉडल मल्टीमॉडल भाषा मॉडल के दो अलग-अलग उपयोगों को मिश्रित करता है। सबसे पहले, यह सीखता है कि यूजर प्राम्प्ट की व्याख्या कैसे करें। फिर यह कल्पना करता है कि एडिटिंग कैसी दिखेगी।
शोधकर्ताओं ने बताया कि संक्षिप्त लेकिन अस्पष्ट मार्गदर्शन के बजाय, MGIE स्पष्ट दृश्य-जागरूक इरादे हासिल करता है और सही इमेज एडिटिंग की ओर ले जाता है।
रिसर्चर्स ने यह भी कहा कि हम विभिन्न एडिटिंग पहलुओं से व्यापक अध्ययन करते हैं और दिखाते हैं कि हमारा MGIE प्रतिस्पर्धी दक्षता बनाए रखते हुए प्रभावी ढंग से प्रदर्शन में सुधार करता है।