भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल द्वारा कानूनी प्रक्रिया में बार-बार बाधा पैदा करते हुए ईडी द्वारा दिए सम्मनों पर जांच के लिए पेश ना होने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में अरविंद केजरीवाल का नाम घोटालों के बेताज बादशाह के रूप में काले अक्षरों में दर्ज होगा।
तरुण चुघ ने जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दवा से लेकर दारू तक, शिक्षा से लेकर कक्षा तक और मोहल्ला क्लिनिक के लैब टेस्ट तक में जमकर घोटाले किए हैं और जब कानूनी प्रक्रिया के तहत जांच एजेंसी उन्हें समन भेजती है, तो वह जांच में शामिल होने से बार बार भाग रहे हैं।
दिल्ली का ऐसा कोई विभाग नहीं, जिसको अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी ने ठगा नहीं है।
तरुण चुघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के बेताज बादशाह अरविंद केजरीवाल के पास प्रदर्शन करने के लिए समय है, मगर प्रवर्तन निदेशालय की जांच में शामिल होने के लिए नहीं। शीशमहल में रहने वाले 'निज़ाम-ए-केजरीवाल' स्वयं को संवैधानिक प्रक्रियाओं, कानून व्यवस्था और जांच एजेंसियों से ऊपर समझते हैं।
तरुण चुघ ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर शराब घोटाले के आरोप लगे थे, तब आम आदमी पार्टी ने ईडी की कर्रवाई का समर्थन किया था, मगर केजरीवाल स्वयं ईडी के नोटिस को अस्वीकार कर रहें हैं। केजरीवाल किसी गिरगिट से कम नहीं हैं, “किसी और पर कार्यवाई हो तो चमत्कार, और खुद पर हो तो कार्यवाही करने वाले सभी गुनहगार।”
तरुण चुघ ने कहा कि आम आदमी पार्टी जवाब दे कि अगर शराब घोटाले में केजरीवाल का हाथ नहीं है, तो वह क्यों जांच में शामिल होने से घबरा रहे हैं? अगर शराब घोटाला हुआ ही नहीं, तो पॉलिसी में बदलाव क्यूं किया और नई नीति क्यूं लाई गई? अगर घोटाला हुआ ही नहीं तो माननीय अदालत ने आज तक आम' आदमी पार्टी के कट्टर ईमानदार नेताओं को राहत क्यों नहीं दी?
तरुण चुघ ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का झूठा आरोप लगाया था, लेकिन अब तक कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया। झूठे आरोप लगाना अरविंद केजरीवाल व आम आदमी पार्टी का चरित्र बन गया है। लालू यादव और पोनमुडी जैसे भ्रष्ट नेताओं की संगति में अरविंद केजरीवाल ने सिद्ध कर दिया है कि उनकी संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं है। अरविंद केजरीवाल की कहानी इतिहास में सियासी धर्मांतरण की पहली और इकलौते कहानी के रूप में लिखी जाएगी।
तरुण चुघ ने कहा कि पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से पंजाब के हालात बद से बदतर हो गए हैं और भ्रष्टाचार, माफिया तथा अपराध का ग्राफ चरम पर पहुंच चुका है। आज पंजाब की जनता भगवंत मान सरकार के शासन में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। जनता अब चुनाव का इंतजार कर रही है ताकि आम आदमी पार्टी की सरकार को आईना दिखा सके।