केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुख्य रूप से रोड इंजीनियरिंग की खामियों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने एक बार फिर इंजीनियरों को यह नसीहत दी है कि उन्हें डीपीआर में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। नितिन गडकरी ने कहा कि हमारे देश में सड़क सुरक्षा का परिदृश्य बहुत निराशाजनक है।

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं के लिए मुख्य रूप से रोड इंजीनियरिंग की खामियों को जिम्मेदार ठहराया है। सीआइआइ की ओर से सड़क सुरक्षा को लेकर आयोजित सम्मेलन में गडकरी ने कहा कि उनके तमाम प्रयासों के बावजूद दोषपूर्ण डीपीआर बनाने का सिलसिला जारी है।

गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं 

उन्होंने एक बार फिर इंजीनियरों को यह नसीहत दी है कि उन्हें डीपीआर में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए। गडकरी ने कहा कि हमारे देश में सड़क सुरक्षा का परिदृश्य बहुत निराशाजनक है। सरकार की रिपोर्ट के अनुसार 2022 में 4.6 लाख दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.68 लाख लोगों की जान गई।

हर घंटे हो रहीं 53 दुर्घटनाएं

सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में दस प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हुई है। इसका मतलब है कि हर घंटे 53 दुर्घटनाएं हो रही हैं और 19 लोगों की मौत हो रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। सरकार 2030 तक हादसों में 50 प्रतिशत कमी लाने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन इसके लिए सभी को अपने-अपने स्तर से सहयोग देना होगा। यह काम सरकार अकेले नहीं कर सकती।