न्यूयॉर्क। पिछले हफ्ते, अमेरिकी राज्य मैसाचुसेट्स में अमीर भारतीय मूल के कपल और उनकी बेटी की मौत हुई थी। अब उनके ऑटोस्पाइ की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। ऑटोस्पाइ की रिपोर्ट के मुताबिक, तीनों की हत्या को आत्महत्या करार दिया है।गौरतलब है कि 57 वर्षीय राकेश कमल, 54 वर्षीय पत्नी टीना कमल और 18 वर्षीय कॉलेज जाने वाली बेटी एरियाना कमल 28 दिसंबर, 2023 को डोवर, मैसाचुसेट्स में 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की हवेली में मृत पाए गए थे। पुलिस को राकेश कमल के पास से एक हथियार भी बरामद हुआ था।
शव ऑटोस्पाइ में खुले राज
नॉरफाक डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी माइकल मॉरिससी के कार्यालय द्वारा मंगलवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्य चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय द्वारा जारी किए गए शव ऑटोस्पाइ के मुताबिक, टीना और उनकी बेटी एरियाना पर बंदूक चलाई गई थी। वहीं, राकेश ने खुद को गोली मारी। अंतिम शव परीक्षण रिपोर्ट आने वाले हफ्तों में पूरी होने की संभावना है। हालांकि, राकेश के पास मिली बंदूक उनके नाम पर रजिस्टर नहीं है और न ही उनके पास इसे रखने का लाइसेंस था।
28 दिसंबर को क्या हुआ था?
पिछले हफ्ते, मॉरिससी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि यह घटना घरेलू हिंसा का मामला है। बता दें कि डोवर पुलिस को शाम लगभग 7:24 बजे कमल के निवास से 911 कॉल आई थी। ये कॉल कमल के एक रिश्तेदार द्वारा की गई थी जो 28 दिसंबर को परिवार का हालचाल जानने के लिए घर आया था।
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कमल परिवार मृत पड़ा हुआ था। द न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, परिवार की विशाल हवेली, जिसकी कीमत 5.45 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, एक साल पहले 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बेची गई थी। रिकॉर्ड और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कमल ने 2019 में 19,000 वर्ग फुट की संपत्ति खरीदी, जिसमें 11 बेडरूम और 14 बाथरूम शामिल हैं। मारे गए परिवार के सदस्य ही उस समय हवेली में रहते थे। बता दें कि यह क्षेत्र, राज्य के सबसे अमीर इलाकों में से एक और सुरक्षित माना जाता है।
क्या आर्थिक तंगी से गुजर रहा था परिवार?
ऑनलाइन रिकॉर्ड से पता चलता है कि दंपति को हाल के वर्षों में वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा था। राज्य रिकॉर्ड से पता चलता है कि उनकी कंपनी 2016 में लॉन्च की गई थी लेकिन दिसंबर 2021 तक इसे बंद भी कर दिया गया था। एडुनोवा वेबसाइट पर उनकी जीवनी के अनुसार, कमल बोस्टन विश्वविद्यालय और एमआईटी स्लोअन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के साथ-साथ स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र थे।