शहर में जहां देर शाम लोग नव वर्ष के स्वागत की तैयारी में जुटे थे, वहीं दूसरी तरफ आदमपुर कस्बे के गांव डरोली खुर्द में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। एक ही परिवार के पांच लोगों के शव घर के अंदर मिले। मृतकों की पहचान 59 वर्षीय मनमोहन सिंह, पत्नी सरबजीत कौर, 32 वर्षीय बेटी ज्योति (शादीशुदा), 31 वर्षीय बेटी गोपी और ज्योति की तीन साल की बेटी अमन के रूप में हुई है।
फंदा लगाने से पहले परिवार के लोगों को दिया था जहर
मनमोहन सिंह का शव फंदे से लटकता और शेष चारों के शव बेड पर पड़े मिले। आशंका जताई जा रही है कि मनमोहन ने फंदा लगाने से पहले परिवार के लोगों को कोई जहरीला पदार्थ खिलाया था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल जालंधर भिजवा दिए हैं। घटनास्थल से पुलिस को मनमोहन सिंह का लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला है। उसमें उसने कर्ज से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है।
पुलिस ने कब्जे में लिया सुसाइड नोट
पुलिस ने सुसाइड नोट को फोरेसिंक जांच के लिए कब्जे में ले लिया है। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम भी मौके पर बुलाई गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस के अनुसार मनमोहन सिंह डाकघर की शाखा का हेड था। उसके घर में ही डाकघर की शाखा थी। उसने करीब 25 से 30 लाख रुपये से अधिक का कर्ज ले रखा था। ज्योति के पति सरबजीत सिंह ने बताया कि ज्योति दवाई लेने के लिए अपने मायके परिवार आई थी।
मौके पर पहुंची पुलिस
रविवार को दिन में उसने ज्योति को कई बार फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया। रविवार शाम को वह खुद ससुराल पहुंचा और जब घर के अंदर दाखिल हुआ तो देखा उसके ससुर मनमोहन सिंह का शव पंखे से लटक रहा था। सास सरबजीत कौर, पत्नी ज्योति, साली गोपी और बेटी अमन के शव बेड पर पड़े थे। इसके बाद उसने थाना आदमपुर की पुलिस को सूचना दी। थाना प्रभारी मनजीत सिंह और डीएसपी आदमपुर विजय कुंवरपाल सिंह रात करीब 8:20 बजे मौके पर पहुंचे।