नववर्ष का स्वागत करने के लिए हिमाचल के पर्यटन स्थलों में 3.75 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे। यह दो दिन का आंकड़ा है। रविवार को शिमला, मनाली, कसौली, धर्मशाला सहित प्रदेश की सैरगाहों में डेढ़ लाख से अधिक पर्यटकों ने जश्न मना नववर्ष का स्वागत किया। शिमला, कुफरी व नारकंडा में सभी होटल पूरी तक पैक रहे। होम स्टे में भी लोगों को कमरे नहीं मिले।

रविवार को पहुंचे इतने पर्यटक

अटल सुरंग रोहतांग के दूसरे छोर पर स्नो प्वाइंट में रविवार को 30 हजार से अधिक पर्यटक पहुंचे। धर्मशाला, चंबा, खजियार सहित अन्य स्थानों पर भी पर्यटकों की भीड़ रही। क्रिसमस से लेकर 31 दिसंबर तक पर्यटन विकास निगम की शिमला स्थित लिफ्ट ने 10 लाख रुपये तक का कारोबार किया है। शिमला में पहली बार आयोजित विंटर कार्निवाल में हजारों पर्यटकों ने आनंद लिया। शिमला व मैक्लोडगंज के होटल पैक हैं। कसौली, चायल और डलहौजी में 90 प्रतिशत आक्यूपेंसी है।

मनाली में क्रिसमस की तुलना में पर्यटक कम

मनाली में क्रिसमस की तुलना में कम पर्यटक पहुंचे। मनाली में 75 प्रतिशत आक्यूपेंसी रही। यातायात संचालन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया था। मैक्लोडगंज में जाम से बचने के लिए वनवे ट्रैफिक प्लान लागू किया गया था। शिमला शहर में प्रवेश से पहले शोघी और तारादेवी में 10 मिनट से लेकर 30 मिनट तक पर्यटक वाहन रोके गए।

शिमला शहर में रविवार को आठ हजार पर्यटक वाहन पहुंचे, जबकि परवाणू बैरियर से दो दिन में 16 हजार से अधिक वाहन पड़ोसी राज्यों से आए। ऊना जिला के मुख्य प्रवेशद्वार मैहतपुर, मरवाड़ी व गगरेट के आशा देवी बैरियर से रविवार को 10,000 वाहनों ने प्रवेश किया। 30 दिसंबर को 8000 वाहन आए थे।

हजारों लोगों ने मंदिरों में नवाया शीश

वर्ष के अंत में प्रदेश के मंदिरों में हजारों श्रद्धालुओं ने माथा टेका और नए वर्ष में खुशहाली की कामना की। श्रीनयनादेवी और बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में 20-20 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मां चिंतपूर्णी मंदिर में 35 हजार श्रद्धालु पहुंचे। कांगड़ा जिला के तहत मां बज्रेश्वरी देवी, चामुंडा नदीकेश्वर धाम, मां ज्वालाजी मंदिर व बगलामुखी में 25 हजार श्रद्धालुओं ने सुख समृद्धि की कामना की।