क्या है ट्रिगर फिंगर?

Sponsored

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी

पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं

ट्रिगर फिंगर उस डिसऑर्डर को कहा जाता है, जिसमें आपकी उंगलियां एक मुड़ी हुई पोजिशन में अटक जाती हैं। इससे उंगलियों को हिलाने में या सीधी करने में तकलीफ होती है। एक ही पोजिशन में रहने की वजह से उंगलियां सीधी करते समय कटकने की आवाज भी आती है। इस कंडिशन में उंगलियों के टेंडन में सूजन आ जाती है, जिस कारण से उन्हें सीधा करने में काफी दर्द होता है। यह डिस्ऑर्डर एक या एक से अधिक उंगलियों के साथ हो सकती है। यह समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक होती है।

किस कारण से होती है ट्रिगर फिंगर?

लगातार एक ही मूवमेंट के कारण, उंगलियों के टेंडन सूज जाते हैं और ठीक से ग्लाइड नहीं हो पाते। उंगली को लगातार एक ही पोजीशन में रखने की वजह से यह कंडिशन होती है। कई बार इस समस्या को और दर्दनाक बनाने के लिए टेंडन में गांठ भी बन जाती है, जिससे उंगलियों को सीधा करने में और भी तकलीफ होती है। ज्यादातर यह रिंग फिंगर में या अंगूठे में होता है, लेकिन यह अन्य उंगलियों में भी हो सकता है।

क्या हैं इसके लक्षण?

  • उंगली मोड़ते या सीधी करते समय कटकने की आवाज आना।
  • प्रभावित उंगली के पास लंप बनना या सूजन होना।
  • चीजों को पकड़ने में तकलीफ होना।
  • उंगली सीधी न कर पाना।
  • अक्सर सुबह के समय उंगली में अकड़न होना।

क्या हैं इससे रिस्क फैक्टर?

  • फार्मिंग, गार्डनिंग या ज्यादा देर तक कंप्युटर पर काम करना
  • पियानो जैसे म्युजिकल इंस्ट्रुमेंट बजाना
  • डायबिटीज
  • थायरॉइड
  • गाउट
  • आर्थराइटिस
  • बढ़ती उम्र
  • कार्पल टनल सिंड्रोम की सर्जरी
  • टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों को अधिक देर तक खेलना

क्या है इसका इलाज?

ट्रिगर फिंगर खुद से ठीक नहीं होता, बल्कि आपको प्रोफेशनल हेल्प की जरूरत होती है। इसलिए अगर आपको अपनी किसी भी उंगली में अकड़न या मोड़ने और सीधा करने में तकलीफ हो, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, आप कुछ बातों का ध्यान रख, इसे मैनेज जरूर कर सकते हैं।

स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज- इससे आपकी उंगलियों की अकड़न कम होगी और मूवमेंट के कारण आपके हाथ और उंगलियों की मांसपेशियां मजबूत होगी। हालांकि, जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज न करें। काम करते समय बहुत देर तक अपनी उंगलियों को एक ही पोजीशन में न रखें। बीच-बीच में इन्हें स्ट्रेच करते रहें।

आराम करें- जिस उंगली के साथ यह कंडिशन है उससे ज्यादा काम न लें। ज्यादा काम करने से उंगलियों का दर्द बढ़ सकता है और स्थिति और गंभीर हो सकती है।

अडेप्टिव टूल का इस्तेमाल- जिन भी चीजों को पकड़ने की जरूरत होती है, उस पर नरम प्रोटेक्टिव कवरिंग लगा सकते हैं, जिससे उंगलियों पर कम जोर पड़ेगा और सूजन भी कम हो सकती है।