भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने आज जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जनता की भावनाओं को भड़काने के खिलाफ चेतावनी दी।उन्होंने कहा कि अब्दुला,मुफ़्ती और गाँधी नेहरु परिवार सुप्रीम कोर्ट के धारा 370 पर आये ऐतिहासिक निर्णय पर लोगों को भडकाना बंद करे | 

चुघ ने उनके बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला "भगवान का फैसला नहीं" था, चुग ने कहा कि महबूबा परोक्ष रूप से जम्मू-कश्मीर के लोगों को संवैधानिक संस्थानों के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रही थीं।और संवैधनिक सस्थानों का अपमान कर रहे हैं | 

चुघ ने सवाल किया कि क्या वह पाकिस्तानी आईएसआई बलों के इशारे पर ऐसा कर रहे है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों को गुमराह करने के लिए अपने आकाओं को खुश करने और उन की ओर देखने के बजाय भारतीय राष्ट्रवाद के बारे में बात करना शुरू करें।

चुघ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और कार्यक्रमों ने जम्मू-कश्मीर में एक नया अध्याय शांति,विकास एवं विश्वास शुरू किया है, जिसके बाद पर्यटन को रास्ता देने के लिए आतंकवाद पर मुहर लगाई गई है। लोग अपने विकास और समृद्धि की तलाश में हैं और मुफ्ति और अब्दुल्ला और गाँधी नेहरु परिवार राजनीतिक रूप से भ्रामक कहानी का शिकार होने के लिए अब जम्मू और कश्मीर की जनता तैयार नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि मुफ्ती और अब्दुल्ला व गांधी नेहरु परिवार हाथ मिलाकर लंबे समय से जम्मू-कश्मीर के लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं। लेकिन अब पासा पलट गया है और शांति और समृद्धि चाहने वाले लोगों के बीच महबूबा की यह फर्जी कहानी काम नहीं करेगी।