जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री को लेकर चल रही हलचल के बीच भाजपा विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह पर विधायकों की बाड़ेबंदी करने और उन्हे जबरन रोकने का आरोप लगाया है। हेमराज खुद पूर्व विधायक हैं। इस बार वसुंधरा की मर्जी से उनका टिकट काटकर पुत्र ललित को टिकट दिया गया था।

मीणा ने गुरूवार को जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि मंगलवार देर रात बांरा-झालावाड़ जिलों के विधायकों को दुष्यंत सिंह जयपुर लेकर आए थे। विधायकों को सीकर रोड़ स्थित आपणो राजस्थान रिसोर्ट में रूकवाया गया। इस दौरान कुछ विधायक दिल्ली रोड़ स्थित किसी रिसोर्ट में जाने को लेकर बातचीत कर रहे थे तो ललित को बाड़ेबंदी का शक हुआ। इस पर उन्होंने अपने पिता को फोन किया। पिता ने प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी व संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को फोन पर इस बारे में जानकारी दी।

गाड़ी पर किया गया पथराव!

हेमराज ने आरोप लगाया कि जब वे जोशी व अन्य पदाधिकारियों के साथ अपने पुत्र को लेने के लिए पहुंचे तो वहां मौजूद विधायक कंवरलाल ने विरोध करते हुए कहा, दुष्यंत की मर्जी के बिना यहां से किसी को नहीं लेकर जा सकते हैं। हेमराज ने कहा, मैने दुष्यंत सिंह को फोन किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। इसके बाद जोशी और विधायक भजनलाल शर्मा रिसोर्ट में पहुंचे और ललित को अपने साथ लेकर आए। कंवरलाल के समर्थकों ने हमारी गाड़ी पर पथराव भी किया। जिससे गाड़ी का शीश टूट गया।

हेमराज ने कहा ,मैं और मेरा पुत्र पार्टी के साथ हैं। सीएम का फैसला पार्टी करेगी। सूत्रों के अनुसार इस बारे में वसुंधरा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की है। उन्होंने शाह से बाड़ेबंदी जैसी किसी तरह की घटना से इनकार किया है।वसुंधरा ने ट्वीट कर कहा,राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की प्रचंड विजय इस बात का प्रतिक है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की गारंटी के आगे कांग्रेस के झूठे वादे और दावे नहीं चले।

हेमराज को घेरा

कंवरलाल ने कहा, हेमराज व्यक्तिगत रूप से दुष्यंत के खिलाफ हैं। उनका टिकट काटकर पुत्र को दे दिया गया, जिसके लिए वे वसुंधरा को जिम्मेदार मानते हैं। बाड़ेबंदी जैसी कोई बात नहीं थी। विधायक अपनी मर्जी से रात्रिभोज और आराम करने गए थे। कंवरलाल ने कहा, जब हेमराज हमें रिसोंर्ट में होने की बात कह रहे हैं तो फिर वहां पत्थर कैसे आते जो हम उनकी गाड़ी पर फेंकते। इससे साफ है कि वे झूठ बोल रहे हैं।