नई दिल्ली। विपक्ष के नेताओं ने सोमवार को कहा कि चार राज्यों के नतीजों का असर आईएनडीआईए गठबंधन पर नहीं पड़ेगा, भले ही भाजपा ने चार में से तीन राज्यों में जीत हासिल की है। मगर उन्होंने इतना जरूर कहा कि विपक्षी दलों को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
भाजपा ने रविवार आए चुनावी नतीजों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत हासिल की है। जबकि, कांग्रेस तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) को मात देकर सरकार बनाने में कामयाब रही।
भाजपा ने हिंदी बेल्ट में अपनी पकड़ और मजबूत की
भाजपा ने कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर हिंदी बेल्ट में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है। इससे अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए माहौल तैयार हो गया है, जिससे उनको चुनाव में मदद मिलेगी।
गठबंधन को और ज्यादा मेहनत करनी होगी- फारूक
वहीं, चुनावी नतीजे घोषित होने के एक दिन बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन की पार्टियों को और ज्यादा मेहनत करनी होगी। चुनाव के नतीजों और गठबंधन पर इसके होने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "इससे गठबंधन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमें और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है।"
चुनावों में जीत और हार होती रहती है- फारूक अब्दुल्ला
जम्मू-कशमीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चुनावों में जीत और हार होती रहती है। हमें हार के साथ-साथ जीतने वालों से भी सीखना चाहिए। भारत को एक होना है, यह सभी के लिए है और हमें देश को मजबूत करने की जरूरत है।
आरजेडी ने भी कहा कोई असर नहीं पड़ेगा
मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों की घोषणा करते समय कांग्रेस द्वारा समाजवादी पार्टी को सम्मान नहीं किए जाने और परिणामों पर प्रभाव के बारे में अब्दुल्ला ने कहा, "सभी को शामिल करना होगा और हमें आगे बढ़ना होगा।" इस बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्य सभा सासंद मनोज झा ने भी कहा कि राज्यों के चुनावी नतीजों का गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।