असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार पर चल रहे राजनीतिक विवाद को एक नया मोड़ दे दिया। सरमा ने कहा कि फाइनल इंदिरा गांधी की जयंती पर खेला गया था।

बता दें कि सरमा ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने वालों के साथ ''मिले हुए'' हैं।

उन्होंने कहा कि वह बीसीसीआई से कहना चाहेंगे कि उसे भविष्य में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फाइनल मैच उस दिन आयोजित न किया जाए जिस दिन नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य का जन्मदिन हो।

उस दिन थी इंदिरा गांधी की जंयती- सरमा

उन्होंने कहा, उस दिन भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप मैच था। हम हर गेम जीत रहे थे। फाइनल हार गए। फिर मैंने आकर देखा। वह दिन क्या था? हम क्यों हारे? हम हिंदू हैं और मैं दिन के हिसाब से चलता हूं वगैरह-वगैरह, फिर मैंने देखा कि विश्व कप फाइनल ऐसे दिन खेला गया था, जिस दिन इंदिरा गांधी की जयंती भी थी।

उन्होंने कहा, इंदिरा गांधी की जयंती पर विश्व कप फाइनल हुआ और देश हार गया। इसलिए मैं बीसीसीआई से कहना चाहता हूं कि अगर आपके सामने वर्ल्ड कप का फाइनल मैच है तो हिसाब-किताब कर लें। उस दिन को गांधी परिवार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। नहीं तो देश हार जायेगा।

फाइनल वाले दिन को गांधी परिवार से ना जोड़े BCCI- सरमा 

उन्होंने कहा, इसलिए वह सभी और बीसीसीआई से यह सुनिश्चित करने के लिए कहते हैं कि फाइनल गांधी परिवार के किसी भी जन्मदिन पर नहीं होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ''नहीं तो परेशानी हो जायेगी।'' उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया। हालाँकि, सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की "पीएम का मतलब पनौती मोदी" वाली टिप्पणी का कोई संदर्भ नहीं दिया।

मंगलवार को उस समय राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि "पीएम का मतलब पनौती मोदी है", उन्होंने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्भाग्य लाते हैं, भाजपा ने उनकी टिप्पणी को "शर्मनाक और अपमानजनक" बताया और माफी की मांग की।