Israel- Hamas War: 47 दिन के इजरायल और हमास युद्ध के बीच बुधवार को इजरायल की कैबिनेट ने 4 दिन के युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। इस समझौते के अनुसार, हमास 50 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा, जिसमें महिलाएं और बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। इसके बदले में इजरायल इसका ट्रिपल यानी 150 फलीस्तीनी बंदियों को रिहा करेगा।

पीएमओ के एक बयान में कहा गया है कि गाजा में बंधक बनाई गई 50 महिलाओं और बच्चों को चार दिनों में रिहा कर दिया जाएगा, इस दौरान लड़ाई रुकी रहेगी। प्रत्येक अतिरिक्त 10 बंधकों की रिहाई के लिए, विराम को एक और दिन के लिए बढ़ाया जाएगा। स्थानीय मीडिया ने अनुमान लगाया कि पहला अदला-बदली गुरुवार सुबह ही हो सकता है।

इजरायल ने जारी की 300 फलिस्तीनियों की सूची

इजरायल ने 300 फलिस्तीनियों की एक सूची जारी की है, जिन्हें इजरायल और हमास के बीच हुए समझौते के तहत रिहा किया जा सकता है। इजरायल के न्याय मंत्रालय की वेबसाइट पर पोस्ट की गई लिस्ट में नाम, उम्र और उनके अपराध शामिल हैं। शुरुआत में केवल 150 बंदियों को ही रिहा किए जाने की उम्मीद है। बता दें कि इस समझौते के पीछे मिस्र, अमेरिका और कतर का हाथ माना जा रहा है।

इस समझौते में इजरायली जेलों में बंद कई फलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों की रिहाई के बदले गाजा पट्टी में वर्तमान में बंधक बनाए गए 50 नागरिक महिलाओं और बच्चों की रिहाई शामिल है। संघर्ष विराम बड़ी संख्या में मानवीय राहत सहायता के प्रवेश की अनुमति देगा, जिसमें मानवीय जरूरतों के लिए ईंधन भी शामिल है।

क्या थमेगी खूनी जंग?

4 दिवसीय युद्धविराम के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, 'हम युद्ध में हैं और युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमारे सभी लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते। उन्होंने कहा कि बंधकों की वापसी एक सर्वोच्च, पवित्र प्राथमिकता है और मैं इसके लिए प्रतिबद्ध हूं। हमारे सामने एक कठिन निर्णय है लेकिन सही है।' उन्होंने तर्क दिया कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक कि सभी वापस नहीं आ जाते। युद्ध के भी चरण होते हैं और बंधकों की वापसी के भी चरण होंगे।

रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अपने प्रधानमंत्री का समर्थन करते हुए कहा कि गाजा में इजरायल का जमीनी आक्रमण 7 अक्टूबर को इजरायल से लिए गए 240 बंधकों में से कुछ को रिहा करने के लिए हमास पर 'दबाव बढ़ाने' का एक महत्वपूर्ण कारक है।

7 अक्टूबर से शुरू हुई खूनी जंग

7 अक्टूबर को हमास लड़ाकों के सीमा पार करने के बाद इजरायल ने गाजा में हमला करना शुरू कर दिया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए और 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायल के अभियान में 5,000 से अधिक बच्चों सहित 14,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।