नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में दो फाड़ के बाद अजित पवार और शरद पवार गुट पार्टी के नाम और पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है।
सुनवाई में देरी कर रहे शरद पवार के गुट: मुकुल रोहतगी
अजित पवार गुट के वकील वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने सोमवार को कहा कि शरद पवार गुट की ओर से पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावों की सुनवाई में देरी कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा,"हमें उम्मीद है कि उनकी सुनवाई शुक्रवार को समाप्त हो जाएगी और हमारा पक्ष मंगलवार को फिर से शुरू होगा। उन्होंने चुनाव आयोग से दो दिनों का और समय मांगा है।
इससे पहले शरद पवार गुट ने सोमवार को चुनाव आयोग से अजित पवार के धड़े के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया। उन्होंने दावा किया कि अजित खेमे ने आयोग के समक्ष फर्जी हलफनामे दाखिल किए।
अजित पवार गुट ने जुलाई में राकांपा के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा करते हुए आयोग से चुनाव आयोग से संपर्क किया था और कहा था कि उन्हें पार्टी का अध्यक्ष घोषित किया जाना चाहिए।
शरद पवार के साथ संस्थापक सदस्य हैं अजित पवार: अभिषेक मनु सिंघवी
सोमवार को कांग्रेस नेता और शरद पवार गुट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार पक्ष ने 26 अक्टूबर को एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें कहा गया था कि प्रताप सिंह चौधरी अजीत पवार का समर्थन करते हैं।
सिंघवी ने अजित पवार गुट पर हमला करते हुए कहा, "वे खुद को मूर्ख बना रहे हैं। वह शरद पवार के साथ संस्थापक सदस्य हैं। वह राष्ट्रीय स्तर पर एनसीपी के सदस्य हैं। उन्हें कोई शर्म नहीं है...।"