CNG VS EV सीएनजी वाहनों या कारों की तो यह काफी समय से भारत में कंप्रेस नेचुरल गैस से चलती हैं। कई कार निर्माता कंपनियां जैसे मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर ऐसी हैं जो सबसे ज्यादा ऐसी ही गाड़ियों की बिक्री करते हैं। सीएनजी गाड़ियों के प्रमुख फायदे में से एक है जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता की कमी और कम लागत।
इस समय इंडियन मार्केट में ईंधन के अलावा लोग वैकल्पिक फ्यूल की तरफ भी काफी ध्यान दे रहे हैं, जिसका उदाहरण आप सीएनजी गाड़ियों की सेल्स और ईवी की तरफ लोगों के बढ़ते झुकाव से ले सकते हैं। अब सवाल उठता है कि डेली रनिंग कॉस्ट और ओवरऑल कौन सी व्हीकल खरीदना फायदे के सौदा हो सकता है सीएनजी या फिर ईवी। इस खबर के माध्यम से आपके इन्हीं सवालों का जवाब देने वाले हैंॉ।
CNG Car
भारत में इस समय 10 लाख के अंदर एक से बढ़कर एक सीएनजी कारें मौजूद हैं। सेल्स के मामले में सीएनजी कारें बहुत से पेट्रोल कारों को भी टक्कर देती हैं। सीएनजी वाहनों या कारों की तो यह काफी समय से भारत में कंप्रेस नेचुरल गैस से चलती हैं। कई कार निर्माता कंपनियां जैसे मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर ऐसी हैं, जो सबसे ज्यादा ऐसी ही गाड़ियों की बिक्री करते हैं।सीएनजी गाड़ियों के प्रमुख फायदे में से एक है जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता की कमी और कम लागत।
Electric Car
भारत में एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च हो रहे हैं, इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खासियत ये होती है कि इसे चलाने के लिए डीजल पेट्रोल नहीं लगता है। सिर्फ एक बार चार्ज करने पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां लंबी दूरी तय करती हैं, जिससे ईवी यूजर्स को काफी फायदा मिलता है। ईंधन और सीएनजी की तुलना में ईवी थोड़ी महंगी होती है, वहीं जगह जगह पर चार्जिंग स्टेशन न होने के कारण गाड़ी मालिक को थोड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है, हालांकि, वाहन निर्माता कंपनियां चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर तेजी से काम कर रही हैं
दोनों में किसको खरीदना फायदे का सौदा?
सीएनजी और ईवी गाड़ियों की जो कीमतें हैं, दोनों में काफी फर्क है। यही वजह है कि सीएनजी कारें थोड़ी सस्ती होने के नाते बेस्ड साबित होती हैं। वहीं ईवी डेली रनिंग कॉस्ट के हिसाब से बेहतरीन साबित होता है। अगर आप लंबे समय तक के लिए कंपेयर करेंगे तो ईवी आपको काफी फायदे देगी, वहीं कम समय के लिए सीएनजी कार आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।