चुनाव मेनेजमेंट दो, तीन दिन या केवल एक महीने का कार्य नहीं है, बल्कि यह एक सुव्यवस्थित कार्य है जिसमें काफी समय लगता है। सरल चुनाव मेनेजमेंट एक ऐसा मेनेजमेंट है जो चुनाव के समय कम से कम प्रयास और कम लागत के साथ शानदार परिणाम देने वाला मेनेजमेंट बन सकता है। चुनाव मेनेजमेंट के मुख्य विषयों में डेटा मेनेजमेंट, प्रचार-प्रसार मेनेजमेंट, डोर टु डोर मेनेजमेंट, बूथ मेनेजमेंट और प्रत्येक कार्य के लिए मेन पावर मेनेजमेंट शामिल हैं। आज हम इस लेख में आसान डेटा मेनेजमेंट के विषय में बात करेंगे।
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट - बूंदी
पटौदी इंटरप्राइजेज एवं अलगोजा रिसोर्ट कीऔर से बूंदी वासियों को दीपावली की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं
पिछले कुछ वर्षों के ट्रेन्ड को देखते हुए लगता है की जो नेता राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में आगे है, उनकी राजनीतिक यात्रा का पहला चरण डेटा मेनेजमेंट था और आज के समय में भी डेटा मेनेजमेंट उनकी कार्य प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। डेटा मेनेजमेंट एक विशाल विषय है। लेकिन हमें डेटा मैनेजमेंट के विषय को चुनाव के संदर्भ में समझना और उसका अध्ययन करना होगा। जब हम डेटा मैनेजमेंट की बात करते हैं तो हमारे विचारमे कंप्यूटर, लैपटॉप, सर्वर या अन्य संबंधित सॉफ्टवेयर प्रोग्राम आते हैं, लेकिन अगर हम 20-25 साल पहले की बात करें, तब भी डेटा मैनेजमेंट होता था, लेकिन वह कागजी पन्नो पर होता था। फिर भी चुनाव दफ्तरों में, नेताओं के दफ्तरों में कागजों या फाइलों का ढेर लगा रहता था। इस कार्यमे कई कार्यकर्ता लगे हुए थे। बूथ वाइज अलग की गई मतदाता सूची, उपनाम जाति वाइज अलग की गई मतदाता सूची, कार्यकर्ताओं या नेताओं के संपर्क विवरण। गौरतलब है की पिछले चुनावों में भी बूथ वाइज वर्गीकरण रिपोर्ट बनाई जाती थी।
लेकिन अब डिजिटल युग में चुनाव में भी डेटा मैनेजमेंट डिजिटल हो गया है। कम्प्यूटर का प्रयोग बढ़ा है। माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल या किसी खास सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल होने लगा है। जब हम चुनाव के आंकड़ों की बात करते हैं तो चुनाव संबंधी सभी आंकड़ों का मुख्य स्रोत चुनाव आयोग की वेबसाइट होती है। जिस पर हर तरह के आंकड़े उपलब्ध हैं, चुनाव आयोग की वेबसाइट राज्यों के हिसाब से अलग-अलग है. सीईओ गुजरात, सीईओ राजस्थान, सीईओ मध्य प्रदेश, सीईओ महाराष्ट्र, इस प्रकार चुनाव आयोग की वेबसाइट प्रत्येक राज्य के लिए अलग है। मतदाता सूची, बूथ सूची और पुराने परिणाम विवरण इस पर उपलब्ध हैं। जिस राज्य का चुनाव विश्लेषण करना हो, उसकी वेबसाइट खोलनी होती है, वेबसाइट को पूरा समझना होता है, उस राज्य की वेबसाइट को अच्छी तरह से पढ़ना होता है।