*नागालैण्ड राज्य के मोन जिले में डेंगू का प्रकोप चिकित्सालय रोगियों से भर्ती* , 26 सितम्बर:- असम के पड़ोसी राज्य नागालैण्ड के मोन जिले में इस समय एक भयंकर बीमारी डेंगू का प्रकोप देखने को मिल रहा है प्राप्त सूचना से मिली जानकारी के अनुसार मोन जिले के जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती नजर आरही है जिला अस्पताल डेंगू के मरीजों से ठसाठस भर्ती है और संख्या दिन पर दिन बढ़ती नजर आरही है लोगो मे तपेदिक बुखार सर दर्द और रुक रुक कर बुखार आने से लोगो की हालत गंभीर बनी हुई है जानकारी हो कि डेंगू बुखार जिले के हर घर को अपना शिकार बना रही है ऐसे में जिला स्वास्थ विभाग बहुत चिंतित दिख रहा है लोग इस बीमारी के कारण बहुत दुर्बल और असहाय महसूस कर रहे जानकारी हो कि डेंगू बुखार एक कष्टदायक, शरीर को दुर्बल करने वाला मच्छर जनित रोग है और जो लोग दूसरी बार डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाते हैं उनमें गंभीर बीमारी विकसित होने का काफी अधिक जोखिम होता है। डेंगू बुखार के लक्षणों में तेज बुखार, शरीर पर दाने, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द शामिल हैं। कुछ गंभीर मामलों में रक्तस्राव और सदमा होता है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है।डेंगू बुखार चार निकट संबंधी डेंगू विषाणुओं में से किसी एक के कारण होता है। ये विषाणु उन विषाणुओं से संबंधित हैं जो वेस्ट नाइल संक्रमण और पीत ज्वर का कारण बनते हैं।संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहने से आपको डेंगू बुखार नहीं हो सकता; इसके बजाय, डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है। जब संक्रमित मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता है और संक्रमण का कारण बनता है। डेंगू बुखार से ठीक होने के बाद, आपको संक्रमित करने वाले वायरस के प्रति दीर्घकालिक प्रतिरक्षा होती है - लेकिन अन्य तीन डेंगू बुखार वायरस प्रकारों के लिए नहीं। इसका मतलब है कि आप भविष्य में अन्य तीन वायरस प्रकारों में से किसी एक से फिर से संक्रमित हो सकते हैं। अगर आपको दूसरी, तीसरी या चौथी बार डेंगू बुखार होता है तो गंभीर डेंगू बुखार होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर जल्द ही इस पर जिला अस्पताल ने काबू नही किया तो पूरे जिले में यह बीमारी आग की तरह फैल सकती है और इसके चपेट में आसपास के क्षेत्र भी आ सकते है।