कोटा में खुदकुशी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। इन मामलों को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम भी उठाए हैं, लेकिन इसके बावजूद आत्महत्या के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
कोटा : कोटा नाम सुनते ही सबकी नजरों में वहां के कोचिंग संस्थान तैरने लगते हैं। इस शहर को एजुकेशन फैक्ट्री भी कहा जाता है। यहां देशभर से लाखों छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने आते हैं। लेकिन पिछले काफी समय से यहां छात्रों के आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। एक बार फिर से कोटा में एक छात्रा के आत्महत्या करने का मामला सामे आय है।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मऊ की रहने वाली नाबालिग छात्रा ने सोमवार 18 सितंबर को सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि छात्रा ने सायनाइड खाकर अपनी जन ले ली। बता दें कि कोटा में पिछले दो हाफों में यह दूसरी जबकि दो महीने में आठवीं आत्महत्या है। इसके साथ ही इस साल अब तक 26 छात्र अपनी जान ले चुके हैं।
विज्ञान नगर में रहती थी छात्रा
इस मामले के बारे में कोटा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मृत छात्रा कोटा के विज्ञान नगर में रहती थी। अभी तक की जानकारी के अनुसार, छात्रा ने जहर खाकर अपनी जान दी है, लेकिन इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। बता दें कि पिछले हफ्ते ही झारखंड की रहने वाली एक लड़की ने फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली थी।
हालही में एक मां-बेटे ने की थी सुसाइड
इससे पहले 10 सितंबर को भी कोटा में सुसाइड का एक मामला सामने आया था, जिसमें एक मां-बेटे ने कथित तौर पर जहर खाकर सुसाइड कर ली थी। मिली जानकारी के मुताबिक, आर्थिक परेशानियों की वजह से मां-बेटे ने ये कदम उठाया था। पुलिस को शवों के पास से एक हिसाब-किताब की डायरी और जहर मिला था। मृतकों की पहचान सतविंदर कौर (50) और उसके बेटे रोबिन सिंह (29) के रूप में हुई थी। मां-बेटे तीसरी मंजिल पर एक फ्लैट में रहते थे। पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है लेकिन प्राथमिक तौर पर ये सुसाइड का मामला लग रहा है।