विंडफॉल टैक्स (windfall tax) किसी स्पेसिफिक इंडस्ट्री पर लगाया जाने वाला एक हाई टैक्स है। जब कोई इंडस्ट्री उम्मीद से ज्यादा औसत प्रॉफिट कमाती है तो विंडफॉल टैक्स लागू किया जाता है।

घरेलू क्रूड ऑयल (Domestic Crude oil) पर 16 सितंबर से नया विंडफॉल टैक्स (windfall tax) लागू हो गया है। सरकार ने बीते शुक्रवार को कच्चे पेट्रोलियम पर स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (SAED) बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति टन कर दिया। हालांकि डीजल के एक्सपोर्ट पर यह शुल्क मौजूदा 6 रुपये/लीटर से घटाकर 5.50 रुपये/लीटर कर दिया गया है। इसी तरह,जेट ईंधन या एटीएफ (ATF) फ्यूल पर भी शुल्क को घटाकर शनिवार से घटाकर 3.5 रुपये/लीटर कर दिया गया है, जो फिलहाल 4 रुपये/लीटर है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीते 1 सितंबर को पिछली पाक्षिक समीक्षा यानी हर 15 दिनों में की जाने वाली समीक्षा में, घरेलू लेवल पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित टैक्स 6,700 रुपये/टन निर्धारित किया गया था। 

विंडफॉल टैक्स में पिछली बार हुई थी कटौती

विंडफॉल टैक्स (windfall tax) किसी स्पेसिफिक इंडस्ट्री पर लगाया जाने वाला एक हाई टैक्स है। यह तब लगाया जाता है, जब कोई इंडस्ट्री अनुमान या उम्मीद से ज्यादा या औसत से ज्यादा प्रॉफिट कमाती है तो सरकार उस पर विंडफॉल टैक्स लागू करती है। यहां बता दें, सरकार ने बीते 2 सितंबर की समीक्षा में विंडफॉल टैक्स में कटौती की थी।

बता दें, 1 जुलाई 2022 को सरकार ने पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल के एक्सपोर्ट पर 13 रुपये प्रति लीटर का एक्सपोर्ट चार्ज लगाया था। तब 23,250 रुपये प्रति टन का विंडफॉल टैक्स घरेलू क्रूड ऑयल (Domestic Crude oil) पर लागू किया गया था।

क्रूड ऑयल इंटरनेशनल मार्केट में उबाल पर 

क्रूड ऑयल की कीमत (Crude oil Price) का इंटरनेशल लेवल पर रुझान देखा जाए तो इसमें लगातार तेजी देखी जा रही है। पिछले कुछ समय से कीमतों ने जोर पकड़ा हुआ है। डब्लूटीआई कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है। ब्रेंट क्रूड 94 डॉलर प्रति बैरल पर है। कई तेल उत्पादक देशों ने इसके प्रोडक्शन में कटौती भी की है। आपको बता दें, भारत के अलावा ब्रिटेन, इटली और जर्मनी सहित अन्य देशों ने पहले ही पावर कंपनियों के सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर विंडफॉल टैक्स (windfall tax) लगाया था.