टेक्नोलॉजी के इस दौर में भी लोग अपना अंधविश्वास नहीं छोड़ रहे हैं. अमावस्या के दौरान गुप्त पूजा और मानव बलि जैसे अत्याचार अभी भी हो रहे हैं. हाल ही में एक पिता ने अपनी मासूम बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसकी कुंडली खराब थी.

उसे लगा कि भविष्य में बेटी को परेशानी होगी. ये सोचकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर पिता ने अपनी आठ साल की बेटी की पेंसिल कटर के ब्लेड से गला रेत दिया और हत्या कर दी.

हैदराबाद के विजयवाड़ा के रहने वाले चंद्रशेखर और हिमा बिंदु के पास एक आठ साल की बेटी थी. दोनों ही आईटी कंपनी काम करते हैं. पति-पत्नी में पहले से ही झगड़ा चल रहा था. इस बीच खराब पर्फोर्मेंस की वजह से कंपनी ने चंद्रशेखर को नौकरी से निकाल दिया. इसके लिए उसने अपनी पत्नी को जिम्मेदार माना. अक्सर दोनों में लड़ाई होती थी. इसलिए बेटी को लेकर मायके चली गई.

नौकरी चली गई, पत्नी को माना जिम्मेदार, बेटी की कर दी हत्या

चंद्रशेखर अपने बेटी से मिलने जाया करता था. वहीं बेटी एक स्कूल में पढ़ाई करती थी. उसे पता चला कि बेटी मोक्षाज्ञा की कुंडली खराब और भविष्य में उसे परेशानी का सामना करना पड़ेगा. स्कूल से ही उसने अपनी बेटी को कार में बिठाया और कुछ दूर लेकर पेंसिल कटर से उसका गला रेत दिया. ऐसा करके वह अपनी पत्नी को भी सबक सिखाना चाहता था. उसे मानसिक रूप से टॉर्चर करना चाहता था. 18 अगस्त की शाम मोक्षाज्ञा जब घर नहीं पहुंची तो मां हिमा बिंदु उसकी तलाश में निकली. उसने चंद्रशेखर को फोन किया. फोन पर उसने बताया कि बेटी सो रही है और कहा कि बेटी मेरे साथ ही रहेगी.

कार के एक्सीडेंट से मामले का हुआ खुलासा

इस दरमियान वह बेटी के शव को ठिकाना लगाने की कोशिश कर रहा था. अपनी कार में मासूम बेटी के शव को लेकर सड़कों पर चक्कर लगाता रहा. तभी उसके साथ हादसा हो गया. कार का टायर फट गया और डिवाइडर में जा टकराई. रात करीब साढ़े दस बजे इस हादसे के बाद वहां आसपास के लोग जुट गए. शख्स को संदिग्ध हालात में देख उन्हें शक हुआ. चंद्रशेखर के कपड़े पर खून के धब्बे थे. यह देख लोगों हैरान हो गए. कार के अंदर देखा तो बच्ची का शव था. लोगों ने पुलिस को फोन करके इसकी जानकारी दी. इसके साथ ही पिता की दरिंदगी का खुलासा हुआ और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है.