हटा ब्लाक के पाठा गांव में बुजुर्ग देता टायफाइड की देशी दवा,दूर दूर से पँहुचते मरीज
हटा ब्लॉक के पाठा गांव में एक बुजुर्ग पिछले कई सालों से टाइफाइड यानी मोतीझरा रोग की देसी दवा मरीजों को देकर रोग को दूर भगाते है।
80 वर्षीय बुजुर्ग लोंचु अठ्या
पिछले कई सालों से अपने तजुर्बे और देसी जड़ी बूटियों से तैयार दवा मरीजों को देते हैं।
दवा लेने के लिए दमोह सहित छतरपुर पन्ना और आसपास के कई जिलों से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं इन दोनों प्रतिदिन 100 से डेढ़ सौ मरीज सुबह से शाम तक टाइफाइड की दवा लेने यहां पहुंच रहे हैं।
खास बात यह है टाइफाइड की दवा मरीजों को निशुल्क दी जाती है हालांकि मरीज स्वेच्छा से नारियल और प्रसाद के लिए यह कुछ राशि अथवा प्रसाद सामग्री भेंट भी करते हैं।
दावा है कि देसी दवा की तीन खुराक लेने से टाइफाइड रोग दूर हो जाता है लोगों के दावे और देसी दवा में कुछ तो दम है वरना पिछले 10 सालों से यंहा अनवरत आने वाले मरीजों का क्रम कुछ कम जरूर होता।