5G रोलआउट को भारत में 10 महीने पूरे हो चुके हैं वहीं इतने कम समय में ही देश की 3 लाख साइट्स तक 5G नेटवर्क पहुंच चुका है। 5G रोलआउट को लेकर भारत में शुरुआती फेज से ही तेजी दिख रही थी। लॉन्चिंग के पहले 5 महीनों में 5G नेटवर्क 1 लाख साइट्स तक पहुंच गया था। 8 महीनों में 2 लाख साइट्स तक 5G नेटवर्क की पहुंच बढ़ी।

देश में 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 6G टेक्नोलॉजी का जिक्र हुआ है। पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 5G के बाद देश अब 6G की तैयारी कर रहा है।

5G टेक्नोलॉजी तेजी से पहुंच रही हर घऱ

5G रोलआउट को भारत में 10 महीने पूरे हो चुके हैं, वहीं इतने कम समय में ही देश की 3 लाख साइट्स तक 5G नेटवर्क पहुंच चुका है। 5G रोलआउट को लेकर भारत में शुरुआती फेज से ही तेजी दिख रही थी।

लॉन्चिंग के पहले 5 महीनों में 5G नेटवर्क 1 लाख साइट्स तक पहुंच गया था। 8 महीनों में 2 लाख साइट्स तक 5G नेटवर्क की पहुंच बढ़ी।

5G के बाद अब देश कर रहा 6G की तैयारी

भारत में बीते साल ही 5G टेक्नोलॉजी को रोलआउट किया गया है। 5G टेक्नोलॉजी का विस्तार देश के कोने-कोने में हो रहा है। 5G के बाद 6G टेक्नोलॉजी को लेकर भारत की आगामी योजना चर्चा में बनी हुई है।

हाल ही में भारत सरकार के दूरसंचार मंत्रालय के तहत आने वाले दूरसंचार विभाग ने 6G एलायंस (B6GA) लॉन्च किया है। आइए B6GA के बारे में जानते हैं-

 

सबसे पहले यही जानने की कोशिश करते हैं कि B6GA क्या है। दरअसल, B6GA का मतलब भारत 6G एलायंस से है। यह एक सहयोगी मंच है। इस मंच में सार्वजनिक संगठनों की भागीदारी के अलावा, निजी कंपनियों, मानव विकास संगठन, शिक्षाविद की भी भागीदारी है।

क्यों बनाया गया है B6GA

दरअस, इस गठबंधन को ग्लोबल लेवल पर 6जी वैश्विक गठबंधनों के साथ आपसी साझेदारी और तालमेल बनाने के लिए तैयार किया गया है।

गठबंधन के उद्देश्य की बात करें तो इस गठबंधन को 6जी टेक्नोलॉजी के लिए ही तैयार किया गया है। 6जी टेक्नोलॉजी की व्यावसायिक और सामाजिक जरूरतों को समझने के उद्देश्य से B6GA को बनाया गया है। इसके अलावा, इस गठबंधन का उद्देश्य विकास की पहल को आगे बढ़ाते हुए आम सहमति को बढ़ावा देना भी है।

B6GA कैसे करेगा 6G टेक्नोलॉजी की राह आसान

भारत 5G टेक्नोलॉजी को देश में तेजी से उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया में है। ऐसे में बहुत जल्द 6G टेक्नोलॉजी को लाने पर भी सरकार का ध्यान जा चुका है।

भारत 6G एलायंस 6G टेक्नोलॉजी के विकास में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएगा। भारत 6G एलायंस से भारत को सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर और विनिर्माण क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही भारत बाजार क्षमताओं का भी बेहतर लाभ उठा सकेगा।

6G टेक्नोलॉजी किन मायनों में होगी खास

वर्तमान में इंटरनेट की सबसे तेज टेक्नोलॉजी के रूप में एक इंटरनेट यूजर 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहा है। 6G टेक्नोलॉजी 5G के सक्सेसर के रूप में लाई जा रही है।

6G टेक्नोलॉजी को लेकर उम्मीद की जा सकती है कि यह 5G की तुलना में 100 गुना तेज गति से काम करेगी। इसके साथ ही नई टेक्नोलॉजी के साथ अल्ट्रा-लो लेटेंसी, उच्च विश्वसनीयता और व्यापक कनेक्टिविटी के साथ लाई जा सकती है।

6G टेक्नोलॉजी ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस, होलोग्राफिक कम्युनिकेशन, क्वांटम इंटरनेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए इनोवेशन को लाने में मददगार हो सकती है।